होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घरों से नियमित रूप से उठ रहा कूड़ा

स्वच्छता में नंबर वन दिल्ली छावनी परिषद होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर से योजनागत ढंग से नियमित रूप से कूड़ा उठा रहा है। एक तरफ जहां दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत नजफगढ़ व पश्चिमी जोन में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज शिकायत कर कर के परेशान है तो वहीं छावनी परिषद में इसको लेकर लोग की कोई शिकायत बीते माह में देखने को नहीं मिली है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 11:06 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 11:06 PM (IST)
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घरों से नियमित रूप से उठ रहा कूड़ा
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घरों से नियमित रूप से उठ रहा कूड़ा

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : स्वच्छता में नंबर वन दिल्ली छावनी परिषद होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर से योजनागत ढंग से नियमित रूप से कूड़ा उठा रहा है। एक तरफ जहां दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत नजफगढ़ व पश्चिमी जोन में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज शिकायत कर कर के परेशान है तो वहीं छावनी परिषद में इसको लेकर लोग की कोई शिकायत बीते माह में देखने को नहीं मिली है। छावनी परिषद में फिलहाल 148 लोग होम क्वारंटाइन है और करीब 55 लोग होम आइसोलेशन में है।

छावनी परिषद ने एक सफाई सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) के नेतृत्व में कुछ सफाई कर्मचारियों की टीम बनाई है। कोविड-19 में होम आइसोलेशन के नोडल ऑफिसर द्वारा एएसआई को रोजाना कोरोना संक्रमित मरीजों की अपडेट जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। जानकारी मिलने के बाद कर्मचारी पीपीई किट पहनकर मरीज के घर जाकर पहले उसे सैनिटाइज करता है। इसके साथ ही उन्हें काली और पीली रंग की 17-17 पॉलीथीन उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्हें समझाया जाता है कि काली पॉलीथीन में वे ठोस अवशेष और पीली पॉलीथीन में बॉयोडिग्रेडेबल अपशिष्ट को एकत्रित करें। मरीज को एएसआई का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया जाता है, यदि कर्मचारी न पहुंचे तो वे सीधे उनसे संपर्क कर इस बात की सूचना दे सके। अलग-अलग उठाते हैं कूड़ा :

सुबह आठ बजे से 11 बजे तक सफाई कर्मचारी घर-घर जाकर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से काली और पीली अलग-अलग पॉलीथिन एकत्रित कर लेते है। इस दौरान पॉलीथिन को बाहर से सैनिटाइज किया जाता है। इसके बाद काली पॉलीथिन में एकत्रित कूड़े को साधारण कूड़े के साथ निष्पादन के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को सौंप दिया जाता है। वहीं पीली पॉलीथिन में एकत्रित बॉयोडिग्रेडेबल अपशिष्ट को छावनी अस्पताल में एकत्रित बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट के साथ अलग स्थान पर सुरक्षित रख दिया जाता है। रोजाना अमूमन करीब 300 ग्राम बॉयोडिग्रेडेबल अपशिष्ट एकत्रित होता है।

chat bot
आपका साथी