कहीं लंका दहन तो कही हुआ सीता का हरण
जागरण संवाददता पूर्वी दिल्ली यमुनापार में धीर-धीरे रामलीलाओं का दायरा बढ़ता जा रहा है।
जागरण संवाददता, पूर्वी दिल्ली : यमुनापार में धीर-धीरे रामलीलाओं का दायरा बढ़ता जा रहा है। किसी रामलीला में हनुमान जी ने लंका का दहन किया तो कुछ जगहों पर रावण ने सीता का हरण किया। लीला में पहुंचे लोगों ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए आनंद लिया।
शास्त्री पार्क में विष्णु अवतार रामलीला में बाली सुग्रीव युद्ध, बाली बध, हनुमान जी द्वारा कोरोना रूपी महामारी व लंका दहन का मंचन किया।
इसमें पार्षद रोमेश गुप्ता, हाजी अफजाल, हरीश चौधरी, ठाकुर प्रेमपाल सिंह, राजमणि मिश्रा, दिवाकर पांडेय, अनेश बंसल राजेश चतुर्वेदी व राजीव शर्मा मौजूद रहे। कांग्रेस के पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद ने कहा कि भगवान राम ने जो आदर्श स्थापित किया है, उसको सभी को अपने आचरण में लाना चाहिए। भगवान राम में त्याग की भावना थी, उन्हें जब पता चला कि कैकेई ने 14 वर्ष का वनवास और राज पाठ भरत के लिए मांग लिया तब उन्होंने बिना किसी संकोच के बिना किसी देरी के माता के कई के आदेश का पालन किया। वर्तमान में हमारी माता बहनों को सीता के आदर्शो को अपनाना चाहिए, वहीं बाबरपुर बस टर्मिनल पर होने वाली श्री आजाद रामलीला कला केंद्र में सीता हरण एवं हनुमान के प्रकट होने का मंचन दिखाया गया। हनुमान जी के प्रकट होने को आकर्षक बनाने के आधुनिक उपकरणों का सहारा लिया गया। कई कलाकारों ने पीपीई किट व मास्क पहन कर अभिनय किया। इस मौके पर वीरेंद्र खंडेलवाल, चक्रेश अग्रवाल, संदीप वत्स, सतीश वर्मा, कुंवर विजय सिंह, सुनील कुमार, धीरज राजपाल,पंकज शर्मा आदि मौजूद रहे। वहीं जीटीबी एंक्लेव में जिस रामलीला को प्रशासन व पुलिस ने मंगलवार को बंद करवाया था, बृहस्पतिवार को विभाग से अनुमति मिलने के बाद वहां फिर से मंचन शुरू हो गया। समिति ने बच्चों के झूले व खान पान के स्टॉल यहां से हटा दिए।