स्वास्थ्य समस्याओं में नहीं आई कमी
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में से एक कार्बन मोनोआ
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली :
वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में से एक कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी गैसें हैं। कारों, बसों और ट्रकों से उत्पन्न होता धुआं भी वायु प्रदूषण संबंधी रोगों के प्रमुख कारणों में हैं। ये गैस और कण व्यक्ति के फेफड़ों के माध्यम से रक्त में चले जाते हैं और स्वास्थ्य के लिए खतरा बन जाते हैं। इसलिए इससे बचाव और सावधानियां जरूरी हैं।
उत्तरी दिल्ली के पंजाबी बाग के निवासी श्याम ¨सह ने बताया कि उन्हें कुछ महीने से गले में इंफेक्शन की समस्या है। इस कारण कारण खांसी और दर्द की शिकायत रहती है। डॉक्टर ने उन्हें मॉस्क लगाने और प्रदूषण से बचने की सलाह दी है। दरअसल, प्रदूषण के कारण पृथ्वी का तापमान बढ़ता है, क्योंकि वातावरण में कार्बन कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड का प्रभाव बढ़ जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। तापमान में वृद्धि के कारण अलग-अलग रोगों जैसे दस्त, पेट में दर्द, उल्टी, सिरदर्द, बुखार और शरीर में दर्द की संख्या भी बढ़ रही है।
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वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर असर धीरे-धीरे होता है। ऐसे में अधिक समय तक इसका सामना करने पर कई प्रकार की समस्याएं हो सकती है। । वायु प्रदूषण का हृदय और मस्तिष्क के रोगों से सीधा संबंध है। इसलिए इसमें कोताही न बरतते हुए इससे बचने का रास्ता ढूंढ़ना चाहिए। भोजन में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले आहार को शामिल करना चाहिए।
आर पी पराशर, चिकित्सा अधीक्षक, आयुर्वेद अस्पताल, प्रशांत विहार