वेतन नहीं देने पर मालिक को किया अगवा, मांगी फिरौती
पुलिस ने सीतापुर के जंगल से मालवीय नगर निवासी को सकुशल बरामद कराया मुख्य आरोपित समेत तीन गिर
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : वेतन न देने से नाराज कर्मचारी ने दोस्तों के साथ मिलकर मालिक का अपहरण कर लिया। आरोपितों ने मालिक के ही फोन का इस्तेमाल कर चार लाख रुपये की फिरौती भी मांग ली। फिरौती के पैसे न देने पर आरोपितों ने मालवीय नगर निवासी पीड़ित रमेश चंद्र की हत्या करने की धमकी दी थी। पुलिस ने पीड़ित की पत्नी की शिकायत पर केस दर्ज कर उत्तर प्रदेश के सीतापुर के जंगल से पीड़ित को सकुशल मुक्त करवा लिया। इसके साथ ही तीन आरोपितों इरफान अली, अजीत अली और बबलू को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो अन्य आरोपित वकील और शमीम मौके से फरार हो गए। अपहरण की साजिश मुख्य आरोपित इरफान ने ही रची थी।
पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि 24 अक्टूबर को मालवीय नगर थाने में एक महिला ने शिकायत दी। महिला ने शिकायत में बताया कि उनके पति रमेश चंद्र का किसी ने अपहरण कर लिया है और छोड़ने के लिए चार लाख रुपये की फिरौती मांग रहा है। जांच में जुटी इंस्पेक्टर युद्धवीर सिंह की टीम ने जिस नंबर से कॉल की गई गई थी, उसको सर्विलांस पर लगाया तो उसकी लोकेशन सीतापुर में मिली। इसके बाद दिल्ली पुलिस वहां पहुंची और स्थानीय पुलिस के सहयोग से पीड़ित को बरामद कर आरोपितों को पकड़ लिया।
पूछताछ में इरफान अली ने बताया कि रमेश पत्थरों की घिसाई का ठेका लेते थे और वह उनके यहां नौकरी करता था। रमेश ने वेतन बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने उसका वेतन नहीं बढ़ाया और वेतन भी रोक लिया था। इसके बाद उसने नौकरी छोड़ दी और अपने घर लखीमपुर चला गया। वहां पहुंचकर उसने रमेश को अगवा करने और फिरौती मांगने की साजिश रची। उसने रमेश को फोन किया और पत्थर की घिसाई का बड़ा ठेका दिलाने के बहाने लखीमपुर बुलाया। रमेश इरफान के बुलाने पर लखीमपुर खीरी बस स्टैंड पहुंचे। वहां इरफान ने दोस्तों के साथ मिलकर उनका अपहरण कर लिया।