Delhi Coronavirus News Update: अस्पतालों में भर्ती एक-तिहाई मरीज बाहरी : सत्येंद्र जैन
Delhi Coronavirus News Update काफी संख्या में लोग गाजियाबाद नोएडा फरीदाबाद व गुरुग्राम से जांच कराने दिल्ली आ रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में इलाज के लिए बाहर से भी कोरोना के मरीज पहुंच रहे हैं। मौजूदा समय में अस्पतालों में भर्ती करीब एक-तिहाई मरीज दिल्ली से बाहर के हैं। इस वजह से पिछले कुछ दिनों से अस्पतालों में मरीजों के दाखिले कम नहीं हुए हैं। जांच के लिए भी एनसीआर के शहरों से लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं। सत्येंद्र जैन ने कहा कि अस्पतालों में कोरोना के लिए आरक्षित 13,527 में से 10,469 बेड (77.33 फीसद) खाली पड़े थे। पिछले दो-तीन दिनों से देखा जा रहा है कि अस्पतालों में पहले की तरह भर्ती मरीजों की संख्या घट नहीं रही थी। इसके कारणों की समीक्षा की गई तो पता चला कि शनिवार को अस्पतालों में भर्ती किए गए 224 मरीज दिल्ली के रहने वाले हैं। वहीं 97 मरीज बाहर के हैं। इस तरह शनिवार को भर्ती किए गए करीब 30 फीसद मरीज बाहर के रहने वाले हैं। इस वजह से अस्पतालों में मरीजों की भर्ती कम नहीं हुई है। मौजूदा समय में अस्पतालों में भर्ती 30 से 35 फीसद मरीज दिल्ली के बाहर के हैं। उन्होंने कहा कि एक बात यह सामने आ रही है कि दिल्ली में एक बार फिर नए मामले 1400 से अधिक आए।
इसका कारण यह है कि काफी संख्या में लोग गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद व गुरुग्राम से जांच कराने दिल्ली आ रहे हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उनसे संपर्क करते हैं तब पता चलता है कि वे दिल्ली में नहीं रहते। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मामले नहीं बढे़ हैं।
एंटीजन जांच के मुकाबले आरटीपीसीआर जांच कम होने के मामले पर उन्होंने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आइसीएमआर) के दिशा निर्देश के अनुसार आरटीपीसीआर जांच सिर्फ उन्हीं का हो सकता है जिन्हें लक्षण हो या कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हों, लेकिन एंटीजन जांच कोई भी व्यक्ति करा सकता है। दिल्ली में जांच की मनाही नहीं है। एंटीजन जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आने पर लक्षण वाले मरीजों की दोबारा आरटीपीसीआर जांच की जाती है। एंटीजन जांच की रिपोर्ट भी आधे घंटे में आ जाती है, जबकि आरटीपीसीआर की रिपोर्ट आने में एक से दो दिन का समय लगता है, इसलिए देश भर में एंटीजन जांच अधिक हो रही है।