साल 2022 के लिए भारी वाहनों को नो एंट्री परमिशन देने के लिए कर सकते हैं आनलाइन आवेदन

अतिरिक्त यातायात पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) डा. अजीत कुमार सिंगला ने जारी किया। यह बढ़ी हुई समय सीमा उन भारी वाहनों के लिए है जिन्हें वर्ष 2019 में नो एंट्री परमिशन दी गई थी। बाकी अन्य सभी वाहनों के लिए नो एंट्री परमिशन की अंतिम तारीख 15 दिसंबर ही है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 02:52 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 02:52 PM (IST)
साल 2022 के लिए भारी वाहनों को नो एंट्री परमिशन देने के लिए कर सकते हैं आनलाइन आवेदन
सभी वाहनों के लिए नो एंट्री परमिशन की अंतिम तारीख 15 दिसंबर ही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा भारी वाहनों के लिए नो एंट्री परमिशन लेने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। इसका सर्कुलर सोमवार को अतिरिक्त यातायात पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) डा. अजीत कुमार सिंगला ने जारी किया। यह बढ़ी हुई समय सीमा उन भारी वाहनों के लिए है, जिन्हें वर्ष 2019 में नो एंट्री परमिशन दी गई थी। बाकी अन्य सभी वाहनों के लिए नो एंट्री परमिशन की अंतिम तारीख 15 दिसंबर ही है।

उल्लेखनीय है कि यातायात पुलिस द्वारा वर्ष 2022 के लिए भारी वाहनों को नो एंट्री परमिशन देने के लिए आनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं। पुलिस की ओर से कहा गया है कि जिन वाहन चालकों को एंट्री परमिशन लेनी है वो आनलाइन आवेदन करके इसको ले सकते हैं। फिलहाल पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण की समस्या को देखते हुए दिल्ली में सभी निर्माण कार्य बंद करवा दिए हैं। अगले आदेश तक राजधानी में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए इन कामों को शुरू नहीं करवाया जाएगा। निर्माण कार्यों की वजह से भी काफी संख्या में प्रदूषण होता है।

उधर दक्षिणी दिल्ली के मां आनंदमई मार्ग पर क्राउन प्लाजा से कालकाजी मंदिर आने वाले मार्ग पर बनाई गई सर्विस लेन पर गाडि़यों की सर्विसिंग और रेहड़ी-पटरी वालों ने कब्जा कर लिया है। ऐसे में सड़क के आसपास की कालोनियों में रहने वाले लोगों को मुख्य मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ता है। कई बार वाहन चालक मुख्य मार्ग पर ही विपरीत दिशा में चलते हुए देखे जाते हैं। इससे कई बार हादसों का भी खतरा बना रहता है। रविदास मार्ग पर भी सर्विस लेन में दुकानें और री-सेल गाडि़यां सड़कों पर खड़ी दिखाई देती हैं।

गोविंदपुरी की गली नंबर तीन से लेकर सी लाल चौक तक मां आनंदमई मार्ग के दोनों तरफ मुख्य मार्ग से जोड़ते हुए सर्विस लेन बनी हुई है, लेकिन इन सर्विस लेन पर गाडि़यों की रिपेयरिंग, धुलाई और पेंटिंग की दुकानें खुली हुई हैं, जबकि दूसरी तरफ रेहड़ी-पटरी वालों ने अपनी दुकानें सजा रखी हैं। ऐसे में आसपास की कालोनियों के निवासी मुख्य मार्ग पर ही विपरीत दिशा में वाहन चलाते हुए देखे जाते हैं। यही हाल गुरु रविदास मार्ग पर भी है। यहां गाड़ियों की री-सेल करने वाले दुकानदारों ने आधी सड़़क पर गाडि़यां खड़ी रखी हैं। इससे बसों को मार्ग के बीच में खड़े होकर सवारियां उतारनी पड़ती हैं और इससे जाम लग जाता है। यहां बड़ी संख्या में गाडि़यों के खरीदी-बिक्री केंद्र हैं, जिनकी सैकड़ों गाडि़यां सड़क पर ही खड़ी रहती हैं।

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