Sagar Dhankar Murder Case: योजनाबद्ध तरीके से साजिश के तहत सुशील कुमार ने किया था सागर का कत्ल

पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले को लेकर दायर आरोप पत्र में क्राइम ब्रांच ने कहा है कि सागर की मौत पहलवान सुशील कुमार द्वारा रची गई गहरी साजिश का नतीजा था। योजनाबध्द तरीके से सुशील ने साजिश रच 4 मई की देर रात घटना को अंजाम दिया था।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 08:02 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 08:02 PM (IST)
Sagar Dhankar Murder Case: योजनाबद्ध तरीके से साजिश के तहत सुशील कुमार ने किया था सागर का कत्ल
हरिद्वार स्थित एक योग गुरु ने अपने आश्रम में छिपने के लिए दिया था सुशील को शरण

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले को लेकर दायर आरोप पत्र में क्राइम ब्रांच ने कहा है कि सागर की मौत पहलवान सुशील कुमार द्वारा रची गई गहरी साजिश का नतीजा था। पूरी योजनाबध्द तरीके से सुशील ने साथी पहलवानों व गैंगस्टरों के साथ साजिश रच 4 मई की देर रात घटना को अंजाम दिया था। घटना के अगले दिन सुशील मोबाइल बंद कर दिल्ली से भागकर हरिद्वार चला गया था, जहां एक योग गुरु ने उसे अपने आश्रम में छिपने के लिए शरण दिया था।

आरोप पत्र में पुलिस ने सुशील के मोबाइल फोन का काल डिटेल रिकार्ड पेश कर आश्रम में ठहरने की पुष्टि की है। आरोप पत्र में कहा गया है कि सुशील ने माडल टाउन दो स्थित जिस विवादित प्रापर्टी को पत्नी सावी के नाम 90 लाख में खरीदा था उसे उसने काला जठेड़ी के भांजे सोनू महाल व सागर धनखड़ को 40 हजार रुपये मासिक किराए के तौर पर दिया था। दोनों की दबंग छवि को देखते हुए सुशील ने ऐसा किया था।

दोनों शराब का ठेका चलाते थे और छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानी भी करते थे। कुछ समय तक ये किराया देते रहे बाद में किराया देना बंद कर प्रापर्टी में हिस्सा मांगने लगे थे। सुशील द्वारा अपने सहयोग अजय सहरावत के जरिए किराया मांगने पर दोनों ने उसे मार डालने की धमकी दी थी। जिससे सुशील डर गया था।

वहीं से सुशील का सागर व सोनू के प्रति आक्रोश शुरू हुआ था। सोमवार को रोहिणी स्थित चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दायर आरोपपत्र में क्राइम ब्रांन ने कहा कि मौजूदा घटना सुशील और उसके साथियों द्वारा सोनू और सागर से बदला लेने के लिए रची गई आपराधिक साजिश का नतीजा है।

सुशील व उसके ससुर का छत्रसाल स्टेडियम में वर्चस्व था। सागर और सोनू के कारनामे से सुशील को ऐसा लगने लगा था कि उक्त दोनों को सबक नहीं सिखाने पर उसका वर्चस्व खत्म हो जाएगा। स्टेडियम के प्रशिक्षु पहलवान उसका सम्मान करना बंद कर देंगे। सुशील को यह संदेह होने लगा था कि उसके अधीन प्रशिक्षण लेने वाले पहलवान सागर और सोनू को उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।कहीं वे उसे नुकसान न पहुंचा दें क्योंकि सोनू की आपराधिक पृष्ठभूमि थी।

आरोप पत्र में सुशील समेत सभी 13 आरोपितों के मोबाइल काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) को भी रखा गया है। इसके जरिए पुलिस ने आरोपितों की कड़ी एक-दूसरे से जोड़ने की कोशिश की। साथ ही इससे आपराधिक साजिश रचने, वारदात के बाद कहां-कहां छिपे व किन किन लोगों से संपर्क किया सभी तथ्यों को रखा गया।

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