World AIDS Day 2021: एड्स स्पर्श करने से नहीं फैलता, इसलिए इससे संक्रमित व्यक्ति से दूरी न बनाएं
World AIDS Day 2021 लोगों को इस महामारी से बचाने और जागरूक करने के लिए 1 दिसंबर को मनाया जाता है। एड्स स्पर्श करने से नहीं फैलता इसलिए इससे संक्रमित व्यक्ति से दूरी न बनाएं। आपका संवेदनशील रवैया इस बीमारी से लड़ने की उनमें हिम्मत बढ़ा सकता है...
नई दिल्ली, जेएनएन। World AIDS Day 2021 एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम) एचआईवी वायरस से संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क में आने से होने वाली बीमारी है। इससे संक्रमित व्यक्ति से दूर भागने की नहीं, बल्कि उनके प्रति संवेदनशीलता अपनाने की जरूरत है। लोग एड्स पीड़ित को छूने या सेवा करने से डरते हैं, जबकि इसका संक्रमण साथ बैठने, खाना खाने, हाथ मिलाने या साथ रहने से नहीं फैलता है।
बीमारियों से लड़ने व स्वस्थ रहने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता होना जरूरी है और एचआईवी वायरस रोग प्रतिरोधक क्षमता को ही प्रभावित करता है। इसके कारण विभिन्न बीमारियों के संक्रमणों का खतरा बढ़ने के साथ ही शरीर के अन्य अंग धीरे-धीरे प्रभावित होने लगते हैं। यह वायरस संक्रमित मां से जन्म लेने वाले शिशु में भी फैल जाता है। लोगों को इस महामारी से बचाने और जागरूक करने के लिए 1 दिसंबर को मनाया जाता है। एड्स स्वयं में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन इससे पीड़ित व्यक्ति बीमारियों से लड़ने की प्राकृतिक ताकत खो बैठता है। इस बीमारी की भयावहता का अंदाजा इन मौतों से लगाया जा सकता है। एड्स के बारे में लोग 1980 से पहले जानते तक नहीं थे। भारत में पहला मामला 1996 में दर्ज किया गया था।
एड्स के लक्षण:
एचआइवी के लक्षण बेहद सामान्य से हैं, जिन्हें लोग नजरअंदाज कर देते हैं।
एड्स रोग कैसे फैलता है?: असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाना एच.आई.वी. संक्रमित अंग प्रत्यारोपण से
इसके अतिरिक्त संक्रमित रक्त चढ़ाने व संक्रमित निडिल के प्रयोग से भी इसका संक्रमण हो सकता है
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उपचार:
इसका इलाज नहीं है। संक्रमण को कम करने व रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए एंटी वायरल व संक्रमित की स्थिति के अनुसार दवाएं दी जाती हैं।