जनकपुरी में 60 साल पुराने सीवर को बदलने का काम तेज, जानिए किन-किन इलाकों को होगा फायदा
जनकपुरी इलाके में 60 वर्ष पुराने सीवर को बदलने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। इसको लेकर जल बोर्ड के चीफ इंजीनियर के साथ स्थानीय विधायक राजेश ऋषि ने बैठक कर योजना को अंतिम रूप दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जनकपुरी इलाके में 60 वर्ष पुराने सीवर को बदलने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। इसको लेकर जल बोर्ड के चीफ इंजीनियर के साथ स्थानीय विधायक राजेश ऋषि ने बैठक कर योजना को अंतिम रूप दिया है। पहले चरण में जनकपुरी के तीन ब्लाक में सीवर लाइन बदलने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए पैसों का आवंटन हो चुका है और अगले वर्ष जनवरी के दूसरे सप्ताह में कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसे पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2022 रखा गया है। इस पर करीब दो करोड़ रुपये की लागत आएगी।
लोगों की परेशानी होगी दूर: विधायक राजेश ऋषि ने कहा कि पहले चरण में जनकपुरी ए-1, ए-3 व सी-3 ब्लाक में सीवर लाइनों को बदलने का कार्य किया जाएगा। जनकपुरी ए-1 में 80 लाख, ए-3 में 60 लाख व सी-3 में 60 लाख रुपये की लागत सीवर लाइन बदलने में आ रही है। सी-3 ब्लाक का कार्य पहले शुरू हो गया रहता लेकिन एनजीटी के रोक के बाद निर्माण कार्य को शुरू नहीं किया जा सका।
आबादी के हिसाब से यह कार्य जरूरी: राजेश ऋषि ने कहा कि ये सीवर लाइनें काफी पुरानी हो गई है। आबादी बढ़ने के साथ ही इसपर दबाव बढ़ गया जिस कारण कई बार लोगों को दिक्कतें होती है। इसकी शिकायत लेकर कई बार हमारे पास स्थानीय लोग आए थे। लोगों की समस्या को देखते हुए यह योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में अन्य इलाकों में पुरानी सीवर लाइनों को बदलने का भी कार्य किया जाएगा। इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
केशोपुर प्लांट की क्षमता भी बढ़ेगी: केशोपुर स्थित सीवेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने के लिए भी आनेवाले दिनों में कार्य किए जाएंगे। इससे इलाके के गंदे पानी को अधिक मात्रा में साफ किया जा सकेगा और इसका उपयोग पार्क में हरियाली की सिंचाई में किया जाएगा।