पुलप्रहलादपुर अंडरपास में पानी भरने की समस्या का समाधान जल्द, पीडब्ल्यूडी विभाग ने शुरू की ये तैयारी
एमबी रोड के पुलप्रहलादपुर अंडरपास में पानी भरने की समस्या का जल्द समाधान हो जाएगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की ओर से वर्क आर्डर हो गया है। यहां पर एक नया संप (अंडरग्राउंड टैंक) बनाया जाएगा।
नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। एमबी रोड के पुलप्रहलादपुर अंडरपास में पानी भरने की समस्या का जल्द समाधान हो जाएगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की ओर से वर्क आर्डर हो गया है। यहां पर एक नया संप (अंडरग्राउंड टैंक) बनाया जाएगा। इसमें 800 एचपी की मोटर लगाई जाएगी, जो बारिश के दौरान अंडरपास में आने वाले पानी को बाहर निकालती रहेगी। अभी यहां पर 400 व 200 एचपी के दो मोटर लगे हैं, लेकिन बारिश के दौरान भारी मात्रा में पानी आ जाने के कारण यह नाकाफी साबित होते हैं। वहीं, अंडरपास के पास में ही बने सीवर के दो मैनहोल भी यहां से शिफ्ट किए जाएंगे। पूरे काम पर 2.67 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
तुगलकाबाद से विधायक सहीराम पहलवान ने हाल ही में मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल से मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान कराने की मांग की थी। इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने वर्क आर्डर जारी किया है। अक्टूबर से काम शुरू होगा। चार माह में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साकेत से बदरपुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक जाने वाली सीवर लाइन इस अंडरपास के नीचे से गुजरती है। अंडरपास के दोनों ओर सीवर लाइन के दो मैनहोल हैं। बारिश के दौरान व बारिश बंद हो जाने के बाद भी दो-तीन दिन तक ये मैनहोल ओवरफ्लो होते रहते हैं, जिनसे अंडरपास में लगातार पानी आता रहता है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि इसीलिए इन मैनहोल को आगे शिफ्ट करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड को राजी किया गया है। वहीं, अंडरपास के एक ओर सोनिया गांधी कैंप व दूसरी ओर आरजेडए कालोनी है। ये दोनों काफी उंचाई पर हैं। बारिश के दौरान इनके नाले-नालियों का पानी भी ओवरफ्लो होकर अंडरपास में गिरता है। बदरपुर फ्लाईओवर के कैरिजवे का पानी भी इसमें ही आता है।
तुगलकाबाद के विधायक सहीराम पहलवान ने बताया कि पुलप्रहलादपुर अंडरपास में जलभराव की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। लोगों को इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए हम काफी समय से काम कर रहे थे। आखिरकार, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने इसके समाधान के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है। अक्टूबर से काम शुरू हो जाएगा, जिसे चार माह के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। यहां ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि तेज बारिश में भी अंडरपास में पानी न भरने पाए।