ऐसे कानून से क्या फायदा जो इंसाफ न दिला सके, दिल्ली में बच्ची से दरिंदगी पर बोलीं निर्भया की मां

Delhi Girl Assault Case बृहस्पतिवार दोपहर में निर्भया की मां भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने निर्भया केस के बाद सख्त कानून बनाया था लेकिन बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 01:29 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 01:29 PM (IST)
ऐसे कानून से क्या फायदा जो इंसाफ न दिला सके, दिल्ली में बच्ची से दरिंदगी पर बोलीं निर्भया की मां
ऐसे कानून से क्या फायदा जो इंसाफ न दिला सके, दिल्ली में बच्ची से दरिंदगी पर बोलीं निर्भया की मां

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पश्चिमी दिल्ली के कैंट इलाके में 9 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला एक बार तूल पकड़ता जा रहा है। राजनीतिक दलों के साथ अब इसमें सामाजिक संस्थानों की भी एंट्री हो गई है। इस बीच बृहस्पतिवार दोपहर में निर्भया की मां भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने निर्भया केस के बाद सख्त कानून बनाया था, लेकिन बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। उन्होंने कानून और न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे कानून को बच्चियों को न्याय न दिला सके और गुनहगारों को सजा न दिला सके। उन्होंने कहा कि हमारी कानून व्यवस्था ठीक नहीं है, अगर कानून ढंग से काम करता ऐसी नौबत नहीं आती।

दोषियों को हो फांसी की सजा

निर्भया की मां ने कहा कि अगर बच्ची को करंट लगा था तो उसका दाह संस्कार जल्दबाजी में क्यों किया गया? नियम तो कहता है कि उन्हें पुलिस को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मां-बाप से झूठ बोलकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के दोषियों को फांसी की सजा मिले।

गौरतलब है कि  6 दिसंबर 2012 गैंगरेप के बाद हुए धरना प्रदर्शनों के बाद केंद्र सरकार ने दुष्कर्म मामलों में कानून पर विचार के लिए पूर्व मुख्य न्यायाधीश जेएस वर्मा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था। वर्मा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में प्रजातंत्र के जरूरी हिस्से पुलिस, जनप्रतिनिधि कानून, न्यायिक व्यवस्था, सैन्य विशेषाधिकार कानून आदि में सुधार की वकालत की थी। 

आरोप है कि दिल्ली कैंट इलाके में रविवार को बिजली का करंट लगने से लड़की की मौत हो गई। चारों आरोपितों राधेश्याम, सलीम, लक्ष्मी नारायण और कुलदीप का कहना है कि उन्होंने मां-बाप को कलाई और कोहनी पर जलने के निशान भी दिखाए थे। इसके बाद बच्ची का दाह संस्कार कर दिया गया। इस बीच मां-बाप के एतराज पर मामला दर्ज किया गया। दिल्ली के डीसीपी इंजीत प्रताप सिंह का कहना है कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान श्मशान के 55 वर्षीय पुजारी राधेश्याम, सलीम, लक्ष्मी नारायण और कुलदीप के रूप में हुई है।

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