Solar Eclipse December 2020: जानिये- कहां-कहां देखा जा सकेगा साल का अंतिम सूर्य ग्रहण

Surya Grahan Timing 2020 14 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण अटलांटिक महासागर दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका के कई देशों में देखा जा सकेगा। वहीं हमारे देश भारत में सूर्य ग्रहण के नहीं देखें जाने के चलते इसका धार्मिक महत्व नहीं माना जा रहा है।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 07:47 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 02:56 PM (IST)
Solar Eclipse December 2020:  जानिये- कहां-कहां देखा जा सकेगा साल का अंतिम सूर्य ग्रहण
14 दिसंबर को सूर्य ग्रहण के दिन सामान्य दिनों की तरह दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में मंदिर खुले रहेंगे।

नई दिल्ली/नोएडा [पारुल रांझा] ऑनलाइन डेस्क। ठीक 10 दिन बाद 14 दिसंबर को इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। 14 दिसंबर, दिन सोमवार को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण भारत में शाम को 7 बजकर 3 मिनट पर शुरू होगा। तकरीबन 5 घंटे तक चलने वाला यह सूर्य ग्रहण अगले दिन यानी 15 दिसंबर को रात  12 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण की इस खगोलीय घटना को भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों में देखा जा सकेगा।

कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण

14 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण अटलांटिक महासागर, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका के कई देशों में देखा जा सकेगा। वहीं, हमारे देश भारत में सूर्य ग्रहण के नहीं देखें जाने के चलते इसका धार्मिक महत्व नहीं माना जा रहा है। भारत में दिखाई नहीं देखे जाने से सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा।

भारत में नहीं होगा सूतक काल

भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। ऐसे में 14 दिसंबर को सूर्य ग्रहण के दिन सामान्य दिनों की तरह दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल खुले रहेंगे। इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के नियमों का पालन करते हुए सभी धार्मिक कार्यक्रम जारी रहेंगे। इस दौरान पूजा अर्चना करते समय कोविड-19 की सतर्कता को लेकर सुरक्षा नियमों के पालन का भी ख्याल रखा जाएगा।

दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-55 सी ब्लॉक शिव शक्ति मंदिर के पुजारी राम नारायण शास्त्री का कहना है कि  साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर 2020 को लगेगा। इससे पहले साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को लगा था। इस सूर्य ग्रहण लगभग पांच घंटे का होगा। यह भारत में नहीं दिखाई देगा, ऐसे में सूतक काल भी नहीं लगेगा। बावजूद इसके सूर्य ग्रहण लगने से आस्थावान लोग सूतक काल मानकर कोई भी शुभ काम नहीं करते हैं, चाहें सूर्य ग्रहण उनके यहां पर दिखे या नहीं।

गौरतलब है कि कोरोना और 2 दर्जन से अधिक भूकंप समेत कई तरह की उथल-पुथल वाले वर्ष 2020 में कुल 6 ग्रहण लगे हैं। इनमें 3 चंद्र ग्रहण हैं और 2 सूर्य ग्रहण हैं। 

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी