जानिए- करोड़ों खर्च के बावजूद बुराड़ी में क्यों है जलभराव की समस्या बरकरार

बारिश होते ही मुख्य सौ फुटा रोड पर कई जगहों पर भर जाता पानी। कॉलोनियों की सड़कों पर भी चलना हो जाता है दूभर।

By Edited By: Publish:Fri, 07 Aug 2020 10:33 PM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 04:13 PM (IST)
जानिए- करोड़ों खर्च के बावजूद बुराड़ी में क्यों है जलभराव की समस्या बरकरार
जानिए- करोड़ों खर्च के बावजूद बुराड़ी में क्यों है जलभराव की समस्या बरकरार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बुराड़ी इलाके में जल निकासी की समस्या के निदान के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए और नाले-नालियों के मरम्मत व निर्माण की योजनाएं क्रियान्वित की गईं। इसके बावजूद बारिश होते ही इन योजनाओं की पोल खुल जाती है और मुख्य सौ फुटा रोड सहित कॉलोनियों की सड़कों पर लबालब पानी भर जाता है। जलभराव की यह समस्या हर मानसून में देखने को मिल रहा है। ऐसे में जलभराव से निदान की योजनाओं पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक गुप्ता ने बताया कि बीते सालों में बुराड़ी में जल निकासी की योजनाओं पर करीब 24 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। यह दावा क्षेत्र के विधायक संजीव झा कर रहे हैं।

उन्होंने गत विधानसभा चुनाव के दौरान एक बुकलेट जारी कर इन योजनाओं का ब्योरा व खर्च की गई रकम के बारे में जानकारी भी दी है। जिनमें बुराड़ी सौ फुटा रोड पर अमृत विहार से ¨हरनकी तक दोनों ओर नाले के निर्माण पर 1.40 करोड़, बुराड़ी मार्ग पर पुराने नाले को दुरुस्त कराने के नाम पर एक करोड़, मुख्य नाले की सफाई व मरम्मत पर 2.17 करोड़, बुराड़ी मोड़ ने पेप्सी रोड पुलिया तक 41 फुटा रोड पर नए नाले के निर्माण पर 3.29 करोड़, कठिया बाबा चौक से अमृत विहार होते हुए सड़क के दोनों तरफ नए नाले के निर्माण पर सात करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही गई है।

इसी तरह से विधानसभा क्षेत्र की करीब हर कॉलोनी व गांवों में जल निकासी की योजना लागू करने का दावा किया गया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बावजूद भी लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

आलम यह है कि कौशिक एंक्लेव स्थित नव निर्मित सरकारी अस्पताल का परिसर भी इस मानसून में जलभराव का गवाह बन गया। बारिश होते ही संत नगर, चंदन विहार, नत्थूपुरा आदि कालोनियों में गलियों में पानी भर जाता है। 

दीपक गुप्ता (सामाजिक कार्यकर्ता) के मुताबिक, यह सवाल लाजिमी है कि योजनाओं की क्रियान्वयन में क्या खामियां हैं जो यह समस्या अब तक दूर नहीं हो सकी है। मेरा मानना है कि सरकारी राशि की बंदरबांट की गई है। इसकी जांच होनी चाहिए। 

संजीव झा (विधायक, बुराड़ी) का कहना है कि बुराड़ी मुख्य मार्ग पर नाले के निर्माण के लिए दो योजनाएं बनाई गई हैं। अगले दो माह में समस्या का समाधान हो जाएगा। पांच सालों में बुराड़ी क्षेत्र का काफी विकास हुआ है। योजनाएं लागू कर समस्या का निदान कराया गया है। 

chat bot
आपका साथी