दिल्ली के चिड़ियाघर में 'जटायु' दीदार कर सकेंगे लोग, बबून के साथ बने आकर्षण का केंद्र
चिड़ियाघर में मिस्र से आए गिद्ध का नाम अब रामायण के पौराणिक चरित्र जटायु के नाम पर रखा गया है। इसके साथ ही मादा बबून का नाम भूमि रखा गया है। चिड़ियाघर प्रबंधन ने ये दोनों ही नाम आम जनता के सुझाव के बाद रखने तय किए हैं।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। राजधानी के चिड़ियाघर में मिस्र से आए गिद्ध का नाम अब रामायण के पौराणिक चरित्र जटायु के नाम पर रखा गया है। इसके साथ ही मादा बबून का नाम भूमि रखा गया है। चिड़ियाघर प्रबंधन ने ये दोनों ही नाम आम जनता के सुझाव के बाद रखने तय किए हैं। इसके लिए चिड़ियाघर की वेबसाइट और ट्विटर पर लोगों से सुझाव व मतदान करवाया गया था, जिसमें से अधिकतर लोगों ने दोनों नामों पर ही अपना मत दिया है।
निदेशक डा. सोनाली घोष का कहना है कि गिद्ध के नाम को लेकर ट्विटर पर जटायु, वायु और ज्वाला नाम डाले गए थे। इसमें 64 फीसद लोगों ने जटायु नाम को चुना है, जिसके बाद अब गिद्ध का नाम जटायु रखा गया है। अफ्रीकन मादा बबून का नाम भी भूमि, शरमिली, रेशमा और सलोनी रखने के लिए मतदान कराया गया था, जिसमें उसका नाम 66 फीसद लोगों ने भूमि रखने पर अपना मत दिया। इसके बाद उसका नाम भूमि रखा गया है।
इससे पहले पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दो शेरनी, एक शेर और दो बाघिन के नाम रखे थे। इसमें सभी नाम माता रानी के नामों पर रखे गए थे, वहीं शेर का नाम महेश्वर रखा था, जबकि शेरनी का नाम गौरी और शैलजा रखा गया था।