Ayodhya Ram Mandir: निधि समर्पण करने वालों का अभिनन्दन करेगी विहिप
अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण मेें निधि अर्पित करने वाले 65 करोड़ से अधिक रामभक्ताें को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) धन्यवाद ज्ञापित करेगी। इसके लिए अपनी स्थापना दिवस अवसर पर एक बार फिर से राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाएगा।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण मेें निधि अर्पित करने वाले 65 करोड़ से अधिक रामभक्ताें को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) धन्यवाद ज्ञापित करेगी। इसके लिए अपनी स्थापना दिवस अवसर पर एक बार फिर से राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 22 से 30 अगस्त तक चलेगा। 30 अगस्त को जन्माष्टमी है। वर्ष 1964 में जन्माष्टमी के दिन ही विहिप की स्थापना हुई थी। इस बार विहिप ने स्थापना दिवस कार्यक्रम को वृहद स्तर पर मनाने की तैयारी की है। इसमें संगठन की अब तक की उपलब्धियों के साथ देश व हिंदू समाज के सामने मौजूदा चुनौतियों पर भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके तहत देशभर में पांच लाख से अधिक स्थानों पर कार्यक्रम होंगे। इसमें विहिप के केंद्रीय पदाधिकारी भी भाग लेंगे।
बता दें कि श्रीराम मंदिर निर्माण में आम जन की सहभागिता के लिए इसी वर्ष 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चले निधि समर्पण अभियान में विहिप ने 65 करोड़ से अधिक लोगों को जोड़ा था। संगठन के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में विहिप के गठन के उद्देश्य, उपलब्धियों और हिंदू समाज के सामने आसन्न चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। इसमें मतांतरण, लव जिहाद और गोरक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख है। कोशिश होगी कि गांव स्तर तक कार्यक्रम आयोजित हो। अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा जाए। इसमें प्रमुख वे रामभक्त होंगे, जिन्होंने श्रद्धाभाव से निधि अर्पित की थी। साथ ही उन्हें बताया जाएगा कि मंदिर निर्माण में अभी तक कहां तक प्रगति हुई है।
विहिप के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने बताया कि इसके तहत प्रभातफेरी, गोष्ठी, सम्मेलन, गीता पाठ और हवन-पूजन समेत अन्य आयोजन होंगे। लोगों को इसके माध्यम से बताया जाएगा कि विहिप ने किस तरह से विभिन्न धाराओं और परंपराओं को एक मंच पर लाकर हिंदू धर्म को मजबूत किया है। अयोध्या राममंदिर व रामसेतु समेत कई मामले ऐसे हैं जिन्हें विहिप ने हाथ मेें लेकर पूर्णता तक पहुंचाया।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि इस अभियान में बौद्ध, सिख, जैन, आर्य समेत संपूर्ण हिंदू समाज को जोड़ा जाएगा। इस अभियान की रूपरेखा हाल ही में फरीदाबाद में हुए केंद्रीय प्रबंध समिति एवं प्रन्यासी मंडल की बैठक में तय हुई थी।