Delhi Tenant Verification: सुरक्षा के लिए दिल्ली में किरायेदारों का सत्यापन बेहद जरूरी
Delhi Tenant Verification दिल्ली में घरेलू सहायकों का पुलिस सत्यापन न कराने के कारण घर वालों की जान खतरे में पड़ रही है लेकिन यह चिंताजनक है कि ऐसी तमाम घटनाओं के बावजूद दिल्लीवासियों में इसे लेकर गंभीरता नजर नहीं आ रही है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में घरेलू सहायकों का पुलिस सत्यापन न कराने के कारण घर वालों की जान खतरे में पड़ रही है, लेकिन यह चिंताजनक है कि ऐसी तमाम घटनाओं के बावजूद दिल्लीवासियों में इसे लेकर गंभीरता नजर नहीं आ रही है। ताजा मामला पूर्वी दिल्ली का है, जहां एक कारोबारी ने एक सप्ताह पूर्व घरेलू सहायक को अपने घर पर काम पर रखा था, लेकिन उसका पुलिस सत्यापन नहीं कराया था। ये लापरवाही किस हद तक खतरनाक साबित हो सकती है, ये तब पता चला जब घरेलू सहायक ने कारोबारी के सात वर्षीय बच्चे का अपहरण कर लिया और उसे छोड़ने के एवज में एक करोड़ दस लाख रुपये फिरौती मांगी। यह गनीमत रही कि पुलिस ने तत्परता से कार्य करते हुए आरोपित को धर दबोचा और बच्चे को उसके चंगुल से सकुशल मुक्त करा लिया।
यह इस तरह का कोई अकेला उदाहरण नहीं है, दिल्ली में घरेलू सहायकों या किरायेदारों का सत्यापन न कराए जाने के कारण पहले भी कई बार परिवार वालों की जान खतरे में पड़ चुकी है। चिंता की बात यह है कि आए दिन ऐसे मामले सामने आने के बावजूद लोग सतर्क नहीं होते और अपने और स्वजनों की जिंदगी खतरे में डाल देते हैं।
जहां दिल्लीवासियों को घरेलू सहायकों व किरायेदारों का पुलिस सत्यापन कराकर ही उन्हें अपने घर में रहने देना चाहिए, वहीं दिल्ली पुलिस को भी रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) की मदद से यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी नए घरेलू सहायक या किरायेदार का सत्यापन अनिवार्य रूप से हो और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही या खानापूर्ति न होने पाए। दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी होने के कारण आतंकी हमलों की आशंका के मद्देनजर भी काफी संवेदनशील है, ऐसे में यहां घरेलू सहायकों और किरायेदारों के पुलिस सत्यापन को लेकर लापरवाही के लिए कोई स्थान नहीं है।नई