Vaccination in Delhi: दिल्ली में हर पांचवें कोरोना योद्धा को मिला बचाव का स्वदेशी कवच
देश में विकसित कोरोना के स्वदेशी टीका कोवैक्सीन को लेकर शुरुआती दौर में ज्यादा सवाल उठाए गए। फिर भी दिल्ली में 71 हजार से ज्यादा कोरोना योद्धाओं ने इस टीके पर विश्वास जताया है। लिहाजा हर पांचवें कोरोना योद्धा को कोवैक्सीन का स्वदेशी कवच मिला है।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी में कोरोना एक बार फिर अपना पैर जमाने की कोशिश में है। इसलिए टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है। इस बीच 60.26 कोरोना योद्धाओं को टीके की संजीवनी मिल चुकी है। हालांकि, टीकाकरण की रफ्तार थोड़ी धीमी रही है। इसका कारण यह है कि दक्षिणी दिल्ली सहित चार जिलों में टीकाकरण कम हुआ है। खासतौर पर दक्षिणी दिल्ली अब तक के टीकाकरण अभियान में सबसे फिसड्डी रही है। जबकि उत्तर पूर्वी जिला 75.19 फीसद टीकाकरण के साथ अव्वल रहा है।
खास बात यह है कि देश में विकसित कोरोना के स्वदेशी टीका कोवैक्सीन को लेकर शुरुआती दौर में ज्यादा सवाल उठाए गए। फिर भी दिल्ली में 71 हजार से ज्यादा कोरोना योद्धाओं ने इस टीके पर विश्वास जताया है। लिहाजा हर पांचवें कोरोना योद्धा को कोरोना से बचाव के लिए कोवैक्सीन का स्वदेशी कवच मिला है।
16 जनवरी को टीकाकरण शुरू होने पर सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों और फिर अग्रिम पंक्ति के अन्य कर्मचारियों का टीकाकरण शुरू हुआ। दिल्ली में कुल मिलाकर छह लाख 10 हजार 126 कर्मचारी पंजीकृत किए गए हैं। इनमें से तीन लाख 67 हजार 699 कर्मचारियों को टीके की पहली डोज लग पाई है। इनमें से 80.62 फीसद कर्मचारियों को कोविशील्ड व 19.38 फीसद कर्मचारियों को कोवैक्सीन टीका लगा है। दो लाख 42 हजार 427 कर्मचारियों ने अभी तक टीका नहीं लिया है।
दक्षिणी दिल्ली में सबसे अधिक 96,159 कर्मचारी पंजीकृत हैं। जबकि इस जिले में महज 44.95 फीसद कर्मचारियों को ही टीका लग पाया है। दक्षिणी दिल्ली में 55.05 फीसद कर्मचारियों ने अभी टीका नहीं लिया है। इसका कारण एम्स व सफदरजंग अस्पताल अस्पताल में टीकाकरण कम होना बताया जा रहा है। दरअसल, एम्स व सफदरजंग अस्पताल को मिलाकर कुल करीब 30 हजार स्वास्थ्य कर्मी हैं। इन दोनों अस्पतालों में कोवैक्सीन उपलब्ध कराए जाने से शुरुआती में स्वास्थ्य कर्मियों में टीकाकरण के प्रति उत्साह थोड़ा कम रहा।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी, उत्तरी व मध्य दिल्ली में भी टीकाकरण 60 फीसद से कम रहा है। दक्षिणी पश्चिमी जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी अब दिल्ली के किसी भी हिस्से में टीकाकरण करा सकते हैं। इस वजह से कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार दूसरे जिले के केंद्र पर टीका लगवा रहे हैं। इस वजह से दक्षणी पश्चिमी दिल्ली में टीकाकरण कम हुआ है। हालांकि दिल्ली के 11 जिलों में से उत्तर पूर्वी दिल्ली एक मात्र जिला है जहां 70 फीसद से अधिक टीकाकरण हुआ है।
दिल्ली में अब तक टीकाकरण के आंकड़े
टीकाकरण के लिए पंजीकृत कुल कर्मचारी- 6,10,126
कुल टीकाकरण- 4,06,431
कर्मचारी जिन्हें पहली डोज लगी- 3,67,699
कर्मचारी जिन्हें दूसरी डोज लगी- 38,732
टीके की पहली डोज लेने वाले पुरुष कर्मचारी- 2,64,730
टीके की पहली डोज लेने वाली महिला कर्मचारी- 1,02,860
कोविशील्ड टीका लेने वाले कर्मचारी- 2,96,413
कोवैक्सीन टीका लेने वाले - 71,286