विहिप ने यूपी मतांतरण मामले को बताया गंभीर, जताई गायब बच्चों के आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल की आशंका

सुरेंद्र जैन ने राष्ट्रीय स्तर मतांतरण विरोधी कानून की पैरोकारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में ये इसलिए पकड़ में आए क्योंकि वहां कानून था। जहां धर्मांतरण विरोधी कानून नहीं है। वहां तो इनके लिए खुला मैदान है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 03:41 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 03:41 PM (IST)
विहिप ने यूपी मतांतरण मामले को बताया गंभीर, जताई गायब बच्चों के आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल की आशंका
डॉ सुरेंद्र जैन, केंद्रीय संयुक्त महामंत्री-विहिप: फोटो- जागरण

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा मुस्लिम धर्मगुरुओं को गिरफ्तार कर मतांतरण के बड़े रैकेट के भंडाफोड़ मामले को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने गंभीर बताया है। साथ ही कहा कि अब वक्त आ गया है जब मतांतरण पर रोक लगाने के लिए केंद्रीय कानून पर बात आगे बढ़े। विहिप के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने कहा कि जामिया नगर से पकड़े गए लोगों से यह स्पष्ट हो गया कि षड्यंत्र गहरा, व्यापाक घिनौना और राष्ट्रव्यापी है।

अभी तक तो ये भोलेभाले लाेगों को ही पकड़ते थे, लेकिन अब सभी सीमाएं पार कर मूकबधिर बच्चों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। चिंता की बात यह है कि उनमें से कुछ बच्चे गायब भी हो चुके हैं। अंदेशा है कि गायब बच्चों का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों में हो सकता है।

सुरेंद्र जैन ने कहा कि चिंता की बात यह कि गिरफ्तार षड्यंत्रकारियों को बचाने का प्रयास भी हो लगा है। कुछ लोगों द्वारा इन्हें निरापराध बताते हुए कहा जा रहा है कि उन्हें कानूनी सहायता दी जाएगी। हो सकता है बड़ी-बड़ी फीसे देकर बड़े-बड़े वकीलों की फौजे इनके पक्ष में खड़ी कर दी जाए। ऐसा पहले हो चुका है। पूरे मामले में स्पष्ट होता है कि साजिश के तहत मतांतरण करने वालों को विदेशों से पैसा मिलता है और मुस्लिम समाज का एक बड़ा वर्ग इनका साथ भी देता है। एक मामले में न्यायपालिका ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि लव जिहाद मतांतरण का सबसे घिनौना स्वरूप है।

सुरेंद्र जैन ने राष्ट्रीय स्तर मतांतरण विरोधी कानून की पैरोकारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में ये इसलिए पकड़ में आए क्योंकि वहां कानून था। जहां धर्मांतरण विरोधी कानून नहीं है। वहां तो इनके लिए खुला मैदान है। ऐसे में अब समय आ गया है जब केंद्रीय कानून बनाने पर विचार होना चाहिए। भारत मतांतरण के कारण पहले भी विभाजन की एक विभिषिका को झेल चुका है। मतांतरण के कारण ही आज भारत में आतंकवाद है। कश्मीरी की घाटी हिंदू शून्य हो गई है। अब भारत को इस त्रासदी से मुक्त कराने का वक्त आ गया है।

chat bot
आपका साथी