सीवर के पानी में चलकर चर्चा में आए भाजपा विधायक की हैरान करने वाली सफाई, कहा- खुद बनवाया वीडियो
UP MLA Kamal Malik News विधायक कमल मलिक हापुड़ के गांव में एक सड़क पर हो रहे जलभराव के समीप पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने नाराजगी जताई। फिलहाल एक वायरल वीडियो में एक ग्रामीण विधायक का हाथ पकड़कर उन्हें जलभराव से लेकर जा रहा है।
नई दिल्ली/हापुड़, जागरण संवाददाता। जलभराव का एक वीडियो वायरल होने पर भाजपा विधायक को बैकफुट पर आना पड़ा। उन्हें कहना पड़ा कि इस वीडियो को मुख्य विकास अधिकारी को दिखाने के लिए उन्होंने स्वयं ही बनवाया था। विधायक का यह वीडियो जनपद में सुर्खियों में है। पदयात्रा के दौरान बृहस्पतिवार को विधायक डॉ. कमल मलिक गांव ढोलपुर पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। कुछ ही देर बाद वह गांव में एक सड़क पर हो रहे जलभराव के समीप पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने नाराजगी जताई और उन्हें आबादी के बीच जलभराव की जगह ले गए। वायरल वीडियो में एक ग्रामीण विधायक का हाथ पकड़कर उन्हें जलभराव से लेकर जा रहा है। पीछे से कुछ ग्रामीणों का शोर सुनाई दे रहा है। इस दौरान किसी ने वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि जलभराव की स्थिति में सीवर का पानी सड़क पर आ जाता है।
वीडियो वायरल होने के बाद तमाम लोग विभिन्न प्रकार की चर्चाएं कर रहे हैं। कुछ ग्रामीणों ने आरोप भी लगाया है कि कई सालों से विधायक गांव में पहुंचे ही नहीं हैं। हालांकि, विधायक अपनी सफाई देने में लगे हैं। वहीं, पूरे मामले के बाद शुक्रवार की सुबह ग्राम प्रधान ने सफाई कार्य कराकर जलभराव से लोगों को निजात दिलाई है।
डॉ. कमल मलिक (भारतीय जनता पार्टी के विधायक) का कहना है कि मैं पदयात्रा के दौरान गांव में पहुंचा था। इस दौरान मैंने ही वीडियो बनवाया था, जिसे मुख्य विकास अधिकारी को भेजकर समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराना चाहता था, लेकिन किसी अन्य व्यक्ति ने भी वीडियो बना लिया और उसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया।
निशा देवी (ग्राम प्रधान) ने बताया कि अपने स्तर से पानी निकलवा दिया गया है। पूर्व प्रधान द्वारा की गई गलतियों के कारण तालाब में पानी नहीं पहुंच पाता है। इसलिए पानी सड़कों पर भरता है।
उधर, (मयंक गोस्वामी, बीडीओ) का कहना है कि ग्राम सचिवों के शुक्रवार की देर रात तक ट्रांसफर हुए हैं। उन्हें नए क्लस्टर दिए गए हैं। आज यानी शनिवार को ग्राम सचिव और सफाई कर्मचारी गांव में जाएंगे। गांव में सफाई कार्य के साथ ही सैनिटाइजेशन कार्य भी कराया जाएगा।