ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित दो वर्षीय अनिका को एम्स में मिली नई जिंदगी

15 जनवरी को बच्ची अनिका की रिपोर्ट नेगेटिव होते ही दिल्ली में एम्स के डॉक्टर ने कोविड सेंटर में तब्दील ट्रामा सेंटर में जाकर बच्ची की साढ़े नौ घंटे तक मैराथन सर्जरी की और उसकी जान बचाने में सफल रहे।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 11:25 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 11:25 AM (IST)
ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित दो वर्षीय अनिका को एम्स में मिली नई जिंदगी
2 साल की बच्ची को मां ने अकेले नहीं छोड़ा और उसके साथ ही ट्रामा सेंटर में रहीं।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित दो वर्षीय अनिका को एम्स के डॉक्टर की संवेदनशीलता से नई जिंदगी मिली है। दरअसल, चार जनवरी को उसे ब्रेन ट्यूमर होने का पता चला। आनन-फानन में माता-पिता अनिका को लेकर एम्स पहुंचे। एम्स में सर्जरी के लिए लंबी प्रतीक्षा सूची के बावजूद बच्ची की हालत को देखते हुए न्यूरो सर्जन डाक्टर दीपक गुप्ता ने तुरंत सर्जरी करने का फैसला किया, कोरोना जांच कराने पर उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। इससे उसे एम्स ट्रामा सेंटर में शिफ्ट किया गया। यहां कोरोना होने के कारण उसे अलग रखना था, लेकिन दो साल की बच्ची को मां ने अकेले नहीं छोड़ा और उसके साथ ही ट्रामा सेंटर में रहीं।

15 जनवरी को बच्ची की रिपोर्ट नेगेटिव होते ही डॉक्टर ने कोविड सेंटर में तब्दील ट्रामा सेंटर में जाकर बच्ची की साढ़े नौ घंटे तक मैराथन सर्जरी की और उसकी जान बचाने में सफल रहे। डॉक्टर ने बताया कि उसे ट्यूमर कैंसर था। अब कीमोथेरेपी चल रही है। डॉक्टर ने आगे कहा कि मुझे खुशी है हम बच्ची की जान बचाने में सफल रहे।

इस बारे में अनिका के पिता आदेश यादव ने कहा कि हमें तो उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी ये सब हो जाएगा, लेकिन जिस प्रकार डाक्टर दीपक ने मदद की, कोरोना के बाद भी लगातार हमारे संपर्क में रहे और सर्जरी की इससे बच्ची को नई जिंदगी मिली है। डॉक्टर दीपक के मुताबिक, एम्स में 700 से 800 मरीज ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के इंतजार में हैं।

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