पुलिस की गिरफ्त में आए गैंगस्टर काला जठेड़ी गैंग के दो शार्पशूटर, पहले भी रहे हत्या के मामलों में शामिल

भारत नगर थाना पुलिस ने काला जेठड़ी गैंग के दो शार्पशूटर को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान जौन्ती गांव के अंकित उर्फ दीपांशु और कुतुबगढ़ के आशु उर्फ निखिल के रूप में हुई है। आरोपितों के पास से बाइक दो पिस्टल और चार कारतूस बरामद किए गए हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 12:44 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 12:44 PM (IST)
पुलिस की गिरफ्त में आए गैंगस्टर काला जठेड़ी गैंग के दो शार्पशूटर, पहले भी रहे हत्या के मामलों में शामिल
पहले भी हत्या व हत्या की कोशिश के मामलों में शामिल रहे हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारत नगर थाना पुलिस ने काला जेठड़ी गैंग के दो शार्पशूटर को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान जौन्ती गांव के अंकित उर्फ दीपांशु और कुतुबगढ़ के आशु उर्फ निखिल के रूप में हुई है। आरोपितों के पास से बाइक, दो पिस्टल और चार कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपित पहले भी हत्या व हत्या की कोशिश के मामलों में शामिल रहे हैं।

उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त ऊषा रंगनानी ने बताया कि मंगलवार शाम भारत नगर थाने के एसएचओ मोहर सिंह के निर्देशन में एसआइ विरेंद्र, हेड कांस्टेबल मो यामीन, कांस्टेबल स्नेह और नितिन संगम पार्क इलाके में गश्त पर थे। उन्होंने देखा कि दो युवक बिना नंबर प्लेट की बाइक पर आ रहे हैं। पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से दो पिस्टल व चार कारतूस बरामद हुए।

आरोपित कुख्यात काला जठेड़ी गैंग के सदस्य हैं। वह गैंग के एक सदस्य के निर्देशों का पालन करते हैं। पिस्टल भी उसी ने आरोपितों को दी थी। दोनों नशा करते हैं और सितंबर में ही आब्जर्वेशन होम से बाहर आए थे। आरोपित पहले भी हत्या व हत्या के प्रयास के मामलों में शामिल रहे हैं। जानकारी के अनुसार अंकित बवाना थाना क्षेत्र में हत्या की कोशिश और कंझावला थाना क्षेत्र में हत्या के मामले में शामिल था। वहीं, आशु बवाना थाना क्षेत्र में हत्या की कोशिश के मामले में शामिल रहा है।

उधर पश्चिमी दिल्ली में बुजुर्गों को एटीएम से पैसे निकालने में हो रही दिक्कत के दौरान मदद के नाम पर ठगी का शिकार बनाने वाले बावरिया गिरोह के दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। द्वारका जिला पुलिस वाहन चोरी निरोधक दस्ते ने बावरिया गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में रतन व राहुल शामिल है। दोनों नजफगढ़ के रहने वाले हैं। पुलिस का दावा है कि दोनों गिरफ्तारियों से जिले के विभिन्न थानों में दर्ज नौ मामले सुलङो हैं। आरोपितों के पास से पुलिस ने चार एटीएम कार्ड, दो मोबाइल फोन, एक स्कूटी व एक मोटरसाइकिल बरामद की है। आरोपितों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस इस पूरे प्रकरण की तह में पहुंचने की कोशिश कर रही है ताकि अन्य आरोपित भी पकड़ में आएं।

द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त शंकर चौधरी ने बताया कि आरोपित ऐसे बुजुर्गों को शिकार बनाते थे, जिन्हें एटीएम से पैसे निकालने में दिक्कत होती थी। मदद के नाम पर ये ऐसे लोगों से एटीएम कार्ड लेते और फिर उसे बड़ी चालाकी से बदल कर फरार हो जाते थे। इस दौरान बुजुर्ग से ये एटीएम कार्ड का पिन भी पूछ लेते थे। दोनों आरोपित नूंह के बावरिया गिरोह से ताल्लुक रखते हैं। इस गिरोह का सरगना जानी नूंह के धागोट गांव का रहने वाला है। दरअसल, चार दिसंबर को बाबा हरिदास नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें कहा गया कि एटीएम बदलकर खाते से 1.5 लाख रुपये उड़ा लिए गए।

एसीपी विजय सिंह की देखरेख में वाहन चोरी निरोधक दस्ते के प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने मामले की तहकीकात शुरू की। छानबीन के दौरान पता चला कि बदमाशों ने पीड़ित बुजुर्ग को जो एटीएम कार्ड सौंपा था, वह भी एक अन्य बुजुर्ग का था। इनके खाते से भी 28 हजार रुपये की निकासी की गई थी। ऐसे में पुलिस के सामने अब दो मामलों को सुलझाने की चुनौती थी। जिसके बाद पुलिस ने इसी दिशा में अपनी जांच को आगे बढ़ाया। अब पुलिस इस मामले में अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है।

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