दिल्ली के स्वामी दयानंद अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज बंद, जानिए वजह
डा. ग्लैडबिन त्यागी ने बताया कि 19 अप्रैल को यहां कोरोना के लिए वार्ड शुरू किया गया था। करीब तीन महीने के बाद दिल्ली सरकार से अनुमति लेकर इसे बंद किया गया है। अस्पताल में पहले जहां इमरजेंसी चल रही थी वहां पर पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वामी दयानंद अस्पताल में अब कोरोना का इलाज बंद कर दिया गया है। इसके लिए आरक्षित बेड हटा दिए गए हैं। साथ ही कंट्रोल रूम को भी खत्म कर दिया गया है। अब अस्पताल पूरी तरह से दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए शुरू हो गया है। अस्पताल में इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं चल रही थीं। अब इमरजेंसी आपरेशन भी शुरू कर दिए गए हैं। हालांकि, रूटीन आपरेशन को व्यवस्थित करने में अभी थोड़ा समय लगेगा।
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ग्लैडबिन त्यागी ने बताया कि 19 अप्रैल को यहां कोरोना के लिए वार्ड शुरू किया गया था। करीब तीन महीने के बाद दिल्ली सरकार से अनुमति लेकर इसे बंद किया गया है। अस्पताल में पहले जहां इमरजेंसी चल रही थी, वहां पर पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है। इसलिए वार्ड नंबर एक में इस सेवा को शुरू किया गया है।
वहीं, अति आवश्यक आपरेशन भी शुरू कर दिए गए हैं। पहले जिन मरीजों को आपरेशन के लिए तारीख दी गई थी, उसे अब व्यवस्थित किया जा रहा है। पुराने मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी। जल्द ही इन मरीजों का आपरेशन शुरू हो जाएगा। ओपीडी सेवा भी पूरी तरह से बहाल कर दी गई है। बता दें, करीब 370 बेड के निगम के इस सबसे बड़े अस्पताल में प्रतिदिन ओपीडी में एक हजार मरीज आते हैं।
तीसरी लहर के लिए निगम की तैयारी
कोरोना की तीसरी संभावित लहर के मद्देनजर दक्षिणी निगम जोर शोर से तैयारी कर रहा है। इसके तहत तिलक नगर निगम अस्पताल में जहां ग्राउंड फ्लोर में आइसीयू बना दिया गया है, वहीं पहले फ्लोर पर 100 बेड के वार्ड तैयार किए गए हैं। निगम के एक अधिकारी के मुताबिक यह तैयारी विशेष तौर पर बच्चों के इलाज के लिए है। इसके अलावा यहां पर आक्सीजन की कोई कमी न पड़े इसके लिए आक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुका है। वहीं कालकाजी और नेहरू नगर अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है।