फ्लैट के नाम पर आठ करोड़ की ठगी में सोसाइटी का कोषाध्यक्ष गिरफ्तार

ईओडब्ल्यू के संयुक्त पुलिस आयुक्त डाॅॅ. ओपी मिश्रा ने बताया कि पुलिस को फ्लैट देने के नाम पर करोड़ों की ठगी की शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि डीडीए की लैंड पूलिंग योजना के नाम पर अलग-अलग सोसाइटी और बिल्डर लोगों को फ्लैट दिलाने की दावा कर रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 06:29 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 06:29 PM (IST)
फ्लैट के नाम पर आठ करोड़ की ठगी में सोसाइटी का कोषाध्यक्ष गिरफ्तार
डीडीए की लैंड पुलिंग योजना के तहत 290 लोगों से कर रखी है ठगी

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने फ्लैट के नाम पर सैकड़ों लोगों से ठगी में रुद्र वेलफेयर सोसाइटी के कोषाध्यक्ष को गिरफ्तार किया है। मूल रूप से गाजियाबाद निवासी आरोपित प्रहलाद अग्रवाल ने डीडीए की लैंड पुलिंग योजना के तहत 290 लोगों से आठ करोड़ रुपये की ठगी कर रखी है। इस मामले में पुलिस पहले भी सोसाइटी के दो पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन कर रही है।

ईओडब्ल्यू के संयुक्त पुलिस आयुक्त डाॅॅ. ओपी मिश्रा ने बताया कि पुलिस को फ्लैट देने के नाम पर करोड़ों की ठगी की शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि डीडीए की लैंड पूलिंग योजना के नाम पर अलग-अलग सोसाइटी और बिल्डर लोगों को फ्लैट दिलाने की दावा कर रहे हैं। इसके तहत प्रहलाद अग्रवाल ने रुद्र वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से द्वारका एल जोन में फ्लैट मुहैया करवाने की आकर्षक योजना लोगों को बताई थी। लोग झांसे में आ करोड़ों रुपये उसे दे दिए, जबकि डीडीए ने लैंड पूलिंग योजना के तहत अभी किसी को कोई भी लाइसेंस नहीं दिया है और ना ही इसके लिए सोसायटी और बिल्डर को अधिकृत किया गया है।

जिसके बाद पुलिस ने वर्ष 2020 में रुद्र वेलफेयर सोसाइटी के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की। इसमें पुलिस को पता चला कि लैंड पूलिंग के संबंध में डीडीए अभी योजना बना रही है। इसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। लिहाजा उक्त सोसाइटी फर्जी है और उसके नाम से कोई जमीन भी पंजीकृत नहीं है। बावजूद इसके फर्जी योजना के तहत सोसाइटी के नाम से आरोपित ने करीब 290 लोगों से 8.11 करोड़ रुपये ठग लिए। ठगी की पुष्टि होने पर पुलिस की टीम ने 25 फरवरी को गाजियाबाद से प्रहलाद को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सोसाइटी के अन्य पदाधिकारी भरत खन्ना और पारस अग्रवाल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

chat bot
आपका साथी