Digital Service In Delhi: दिल्ली में 30 विभागों की 450 सेवाएं हुईं डिजिटल, व्यापारियों को होगा लाभ

Digital Service In Delhi दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल के आरंभ में व्यापार और आम नागरिकों से जुड़ी 596 सेवाओं की प्रक्रिया को आसान युक्तिसंगत और डिजिटल बनाने के लिए एक कवायद शुरू की गई थी ताकि समय और लागत को कम किया जा सके।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 08:40 AM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 08:40 AM (IST)
Digital Service In Delhi: दिल्ली में 30 विभागों की 450 सेवाएं हुईं डिजिटल, व्यापारियों को होगा लाभ
Digital Service In Delhi: दिल्ली में 30 विभागों की 450 सेवाएं हुईं डिजिटल, व्यापारियों को होगा लाभ

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने शासन में सुधार करते हुए लगभग 30 विभागों की 450 सेवाओं व कागजी कामकाज को सुव्यवस्थित किया है। इसका मकसद राजधानी दिल्ली में जीवन जीने और कारोबार सुगमता को बढ़ावा देना है। शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल के आरंभ में व्यापार और आम नागरिकों से जुड़ी 596 सेवाओं की प्रक्रिया को आसान, युक्तिसंगत और डिजिटल बनाने के लिए एक कवायद शुरू की गई थी, ताकि समय और लागत को कम किया जा सके।

दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं ढांचागत विकास निगम (डीएसआइआइडीसी) के प्रबंध निदेशक और परियोजना के नोडल अधिकारी विवेक पांडे ने कहा कि इन 596 सेवाओं और कागजी कामकाज में से, 450 को 15 अगस्त तक सरलीकरण और डिजिटलीकरण के माध्यम से सुव्यवस्थित किया जा चुका है। इनमें से 210 सेवाएं सीधे नागरिक सेवाओं जैसे जन्म प्रमाण पत्र, विभिन्न परिवहन विभाग सेवाओं, स्कूल पंजीकरण, व्यापार लाइसेंस आदि से संबंधित थीं। शेष 123 सेवाओं में से 110 श्रम विभाग से संबंधित थीं। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से 95 सेवाओं को नई श्रम संहिता में शामिल किया जाना था और विभिन्न विभागों की कुल 28 सेवाओं को युक्तिसंगत बनाया जाना था

गौरतलब है कि  दिल्ली में 11 अगस्त से सभी आरटीओ कार्यालय में घर बैठे लर्निंग लाइसेंस की परीक्षा देने की शुरुआत हो गई है। दरअसल, आनलाइन लर्निंग लाइसेंस के लिए दिल्ली के सेंट्रल जोन के सराय काले खां और दक्षिणी दिल्ली के वसंत विहार आरटीओ कार्यालय में ट्रायल के तौर पर इसकी शुरुआत हो गई है।  लर्निंग लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन के समय  ही आवेदक को परीक्षा की तिथि व समय बता दिया जा रहा है। इसके हिसाब से ही आवेदक को आनलाइन आकर परीक्षा देनी पड़ रही है। इस दौरान एक साफ्टवेयर की मदद से आवेदक की फोटो ली जा रही है। इसके बाद  फोटो को आधार कार्ड में लगे फोटो से चिन्हित किया जा रहा है।

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