Delhi News: राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन ने आयोजित किया व्यापारी शिखर सम्मेलन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आज केंद्र सरकार की ओर से उद्यमिता विकास कार्यक्रम एमएसई की स्थापना के लिए अपेक्षित औद्योगिक कार्यकलाप युवाओं की प्रतिभा को पोषित करने के लिए नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दक्षिण दिल्ली स्थित हयात रेजिडेंसी होटल में राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की ओर से व्यापारी शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल, मुदित अग्रवाल अशोक गुप्ता और अमित गुप्ता समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आज केंद्र सरकार की ओर से उद्यमिता विकास कार्यक्रम एमएसई की स्थापना के लिए अपेक्षित औद्योगिक कार्यकलाप युवाओं की प्रतिभा को पोषित करने के लिए नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार देश के लघु उद्योगों एवं खुदरा व्यापार के लिए खुले दिल से काम रही है।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि कारोबार और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आज जो प्रयास किए जा रहे है वे निश्चित तौर पर देश की रीढ़ माने जाने वाले लघु-मझोले और खुदरा व्यापार पर केंद्रित है। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की पहल का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि व्यापारियों और सरकार के बीच पुल की तरह काम करने के लिए संगठनों को आगे आना चाहिए, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि सरकार व्यापारियों के लिए क्या करना चाहती है और व्यापारी सरकार से क्या उम्मीद रखते है।
पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि आज नोटबंदी, जीएसटी और कोविड की वजह से देशभर के व्यापारियों की स्थिति ऐसी नहीं है कि हम उन्हें उनके हाल पर छोड़ दे। देश का विकास, रोजगार और गिरती अर्थव्यवस्था तब तक नहीं संभल सकती जब तक हम अपने घरेलू उद्योगों एवं खुदरा व्यापार को वे हर संभव मदद नहीं पहुंचाते, जो उन्हें आज की स्थित में चाहिए। केंद्र सरकार की नीतियों में आज भी बहुत सी जटिलताएं है, जिन्हें सरल बनाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में संगठन के राष्ट्रीय वरिष्ठ महामंत्री दीपक अग्रवाल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोज ¨सघल, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष नितिन गुप्ता प्रदीप गुप्ता के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, चंडीगढ़, बिहार, गुजरात, मध्यप्रदेश व प्रदेश के प्रमुख उद्योगपति और व्यापारी शामिल रहे।