हालमार्क नीतियों के खिलाफ 25 सितंबर को हालमार्किंग सेंटर में व्यापारियों की हड़ताल
हालमार्किंग एक्शन कमेटी दिल्ली के अध्यक्ष विनोद देशमुख ने बताया कि नए नियम में आभूषण निर्माताओं और थोक व्यापारी के स्तर पर ही हालमार्किंग को अनिवार्य किया गया है। इसके चलते बड़े उत्पादक शहरों में स्थित सेंटरों में काम बढ़ गया मगर छोटे जगह कम हुआ है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। ज्वेलर्स के साथ अब हालमार्किंग सेंटर संचालक भी हालमार्किंग के नए नियमों के खिलाफ में उतर आए हैं। इससे कारोबारी प्रभावित होने तथा दिक्कतें बढ़ने का आरोप लगाते हुए सेंटरों ने विरोध में एक दिन के हड़ताल की घोषणा की है। यह हड़ताल 25 सितंबर को होगी।
छोटो शहरों के काम में आयी कमी
इस संबंध में हालमार्किंग एक्शन कमेटी, दिल्ली के अध्यक्ष विनोद देशमुख ने बताया कि नए नियम में आभूषण निर्माताओं और थोक व्यापारी के स्तर पर ही हालमार्किंग को अनिवार्य किया गया है। इसके चलते दिल्ली व मुंबई जैसे बड़े उत्पादक शहरों में स्थित सेंटरों के लिए तो काम बढ़ गया है, पर छोटे शहरों में स्थित सेंटरों के पास काम काफी कम हो गया है।
वर्तमान शुल्क पर काम करना मुश्किल हो रहा
उन्होंने बताया कि इसके पहले ग्राहकों को गहनों की बिक्री की स्थिति में हालमार्क कराए जाते थे। ऐसे में सभी सेंटरों को काम मिलता था। अब कई सेंटरों के सामने खुद को बनाए रखने की चुनौती है। उन्हाेंने कहा कि इसके साथ ही हालमार्किंग के लिए नई एचयूआइडी प्रक्रिया में केंद्रों को वर्तमान शुल्क पर काम करना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि एचयूआइडी लागू होने के बाद केंद्रों पर अतिरिक्त मशीनरी और मानव संसाधन बोझ आ गया है। इसके साथ ही पोर्टल द्वारा उसकी कमियों के वजह से कार्य अवधि लगभग दोगुनी हो गई हो गई है। बता दें कि इसके पहले अगस्त में देशभर के ज्वेलर्स ने एक दिन की हड़ताल की थी।