Delhi Metro Pink Line: आज होगी पिंक लाइन के हिस्से पर सुरक्षा जांच, अगले कुछ दिनों में शुरू होगा परिचालन
Delhi Metro Pink Line News त्रिलोकपुरी-मयूर विहार पॉकेट एक के बीच पिंक लाइन के नवनिर्मित हिस्से पर शुक्रवार को सुरक्षा मानकों की जांच होगी। मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) मेट्रो ट्रैक सिग्नल सिस्टम इत्यादि की तकनीकी जांच करेंगे।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) के अंतर्गत चलने वाली त्रिलोकपुरी-मयूर विहार पॉकेट एक के बीच पिंक लाइन के नवनिर्मित हिस्से पर शुक्रवार को सुरक्षा मानकों की जांच होगी। मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) मेट्रो ट्रैक, सिग्नल सिस्टम इत्यादि की तकनीकी जांच करेंगे। इस दौरान सब कुछ सही पाए जाने पर सीएमआरएस से इस हिस्से पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने की स्वीकृति मिल जाएगी। इसके चालू होने से पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली आना-जाना बेहद आसान होगा। दरअसल, 58.59 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर मजलिस पार्क से मयूर विहार पाकेट एक के बीच और त्रिलोकपुरी से शिव विहार के बीच मेट्रो का परिचालन पहले से होता रहा है। ऐसे में इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
सीएमआरएस से स्वीकृति मिलने पर पिंक लाइन के इस हिस्से व ग्रे लाइन के नजफगढ़-ढांस बस स्टैंड के बीच अगले सप्ताह तक मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा। ग्रे लाइन पर नजफगढ़ से ढांस बस स्टैंड के बीच परिचालन शुरू करने की डीएमआरसी को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। ऐसे में अगले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली वालों को बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) के मुताबिक, ग्रे लाइन पर नजफगढ़ से ढांसा बस स्टैंड तक मेट्रो परिचालन के लिए तैयार है। वहीं, पिंक लाइन के बीच के हिस्से (त्रिलोकपुरी-मयूर विहार पाकेट एक कारिडोर) पर भी ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) लगाने और उसे त्रिलोकपुरी-शिव विहार कारिडोर व मयूर विहार पाकेट एक-मजलिस पार्क कारिडोर से जोड़ने का काम पूरा हो गया है।
अधिकारियों का दावा है कि अगले कुछ दिनों के दौरान इस रूट पर संचालन शुरू हो जाएगा। दिलचस्प यह कि इसके बनने से दिल्ली मेट्रो का अपना पहला रिंग मेट्रो कॉरीडोर हकीकत बनेगा। इससे पूर्वी दिल्ली से दक्षिणी, उत्तरी और पश्चिम दिल्ली की मार्केट से सीधी कनेक्टिविटी मिल सकेगी। मेट्रो स्टेशनों के आसपास बैंक, शिक्षण संस्थान, मॉल्स, शॉपिंग प्लाजा तक पहुंचने में आसानी से लाखों लोगों की सहूलियतें बढ़ जाएंगी।