आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम तैयार कर रहा आनलाइन प्लाज्मा डोनरों का डाटा बैंक, उठा पाएंगे लाभ

कोरोना संक्रमण से लोगों व निगम कर्मचारियों की जान बचाने के लिए राजधानी के नगर निगम आनलाइन प्लाज्मा डोनर डाटा बैंक तैयार कर रहे हैं। इस डाटा बैंक में कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके कर्मचारियों और अधिकारियों को पंजीकरण कराना होगा।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:16 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:16 PM (IST)
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम तैयार कर रहा आनलाइन प्लाज्मा डोनरों का डाटा बैंक, उठा पाएंगे लाभ
लोगों व निगम कर्मचारियों की जान बचाने के लिए निगम आनलाइन प्लाज्मा डोनर डाटा बैंक तैयार कर रहा हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से लोगों व निगम कर्मचारियों की जान बचाने के लिए राजधानी के नगर निगम आनलाइन प्लाज्मा डोनर डाटा बैंक तैयार कर रहे हैं। इस डाटा बैंक में कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके कर्मचारियों और अधिकारियों को पंजीकरण कराना होगा। अगर निगम के किसी अधिकारी और कर्मचारी को प्लाज्मा की जरूरत होगी तो इसका उपयोग किया जाएगा। साथ ही आम जन को भी निगम कर्मचारी स्वेच्छा से प्लाज्मा उपलब्ध करा सकते हैं। निगम का उद्देश्य है कि कर्मचारियों को आपातकालीन स्थिति में प्लाज्मा के लिए भटकना न पड़े। इसके लिए यह डाटा बैंक बनाया जा रहा है।

उत्तरी निगम के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि कोरोना संक्रमण इस बार बहुत तेजी से फैला। इसकी वजह से निगम के कर्मचारी भी बहुत बड़ी संख्या में इसकी चपेट में आ गए हैं और सफलतापूर्वक बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने कोरोना को मात भी दे दी है। कई कर्मचारी अभी उपचाराधीन हैं। जो कर्मचारी संक्रमित हैं उनकी मदद के लिए हमारा हेल्पलाइन नंबर काम कर रहा है। इस पर वे फोन करके कोरोना के लिए होम आइसोलेशन में उपचार संबंधी जानकारी ले सकते हैं।

उन्होंने बताया कि उपचाराधीन कर्मचारियों को अगर प्लाज्मा की जरूरत पड़े तो उसके लिए यह प्लाज्मा डोनर डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है। जय प्रकाश ने बताया कि उत्तरी के साथ दक्षिणी और पूर्वी निगम ने भी यह बैंक बनाने का कार्य शुरू किया है। इस पर कर्मचारी पंजीकरण करा सकते हैं। इसके लिए निगमों की वेबसाइट पर लिंक तैयार किया गया है, जिस पर पंजीकरण करा कर कर्मचारी और अधिकारी अपनी जानकारी दे सकते हैं। उल्लेखनीय है कि तीनों नगर निगम में करीब दो लाख कर्मचारी और अधिकारी कार्यरत हैं।

क्या-क्या देनी होगी जानकारी

कर्मचारी को निगमों की वेबसाइट पर अपने मोबाइल नंबर से पंजीकरण कराना होगा, जिस पर ओटीपी से वेरिफिकेशन करना होगा। इसके बाद कर्मचारी और अधिकारी को अपने नाम और पद की जानकारी देनी होगी। अपना पता और पिन कोड, मोबाइल नंबर, ई-मेल आइडी के साथ संक्रमित होने की तिथि और ठीक होने की जानकारी देनी होगी।

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