सिर में ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या करने के लिए कुख्यात टिल्लु ताजपुरिया और गोगी गैंग के बदमाश

पिछले पांच सालों से जारी गैंगवार ने दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा रखी थी। एक के बाद एक दोनों की हत्या का सिलसिला जारी रहा। दिल्ली पुलिस इनके सामने बौनी साबित हो रही थी अब इनमें से एक गिरोह के मुखिया की ही मौत हो गई।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 03:18 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 03:18 PM (IST)
सिर में ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या करने के लिए कुख्यात टिल्लु ताजपुरिया और गोगी गैंग के बदमाश
कई सालों से पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे जितेंद्र उर्फ गोगी और टिल्लु ताजपुरिया गिरोह।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। अलीपुर के रहने वाले जितेंद्र मान उर्फ गोगी व ताजपुर निवासी सुनील उर्फ टिल्लू दिल्ली पुलिस के लिए कई सालों से सिरदर्द बने हुए हैं। इन दोनों गिरोह के बीच पिछले पांच सालों से जारी गैंगवार ने दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा रखी थी। एक के बाद एक दोनों की हत्या का सिलसिला जारी रहा। दिल्ली पुलिस इनके सामने बौनी साबित हो रही थी अब इनमें से एक गिरोह के मुखिया की ही मौत हो गई। वैसे अब तक पुलिस दोनों गिरोहों पर नकेल कस पाने में नाकाम थी मगर अब उसे सिर्फ टिल्लू पर ही ध्यान केंद्रित करना होगा।

अभी तक गोगी दिल्ली पुलिस के मोस्टवांटेड अपराधियों की सूची में नंबर एक पर था। अब से पहले तक दिल्ली में उससे बड़ा अपराधी कोई नहीं था। दो साल पहले पुलिस हिरासत से भागने के बाद वह लगातार वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस का कहना है कि दोनों गिरोह के बदमाश सिर को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हैं। अब आज शुक्रवार को कुछ इसी तरह से गोगी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

साल 2018 में उस समय के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच समेत दिल्ली पुलिस की सभी यूनिटों को गोगी और उसके गिरोह के बदमाशों को तुरंत पकड़ने का निर्देश दिया था। पुलिस की मानें तो दोनों गिरोह में पहले दुश्मनी नहीं थी। वर्ष 2013 के बाद इलाके में रंगदारी वसूलने व विवादित प्रॉपर्टी पर कब्जा करने को लेकर दोनों गिरोह के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हुई और एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। पिछले पांच सालों में इनके बीच गैंगवार में 25 से अधिक बदमाशों व अन्य लोगों की हत्या हो चुकी है।

गैंगवार के कारण अलीपुर में खराब हो रहे माहौल को देखते हुए कई गावों के बुजुर्गो ने करीब डेढ़ साल पूर्व पंचायत भी की थी, लेकिन यह कोशिश नाकाम साबित हुई। गैंगवार में पिछले साल 5 नवंबर को अलीपुर इलाके में अंकित नाम के शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या को टिल्लू गिरोह के बदमाशों ने अंजाम दिया था, क्योंकि वह अंकित को गोगी गिरोह का समर्थक मानते थे।

प्रतिशोध में गोगी गिरोह ने 20 नवंबर को स्वरूप नगर इलाके में दीपक बालियान को गोलियों से छलनी कर दिया था। दीपक नगर निगम स्कूल में अतिथि शिक्षक थे और टिल्लू गिरोह के समर्थक थे। दीपक की हत्या में जितेंद्र खुद भी शामिल था। 16 मार्च को टिल्लू गिरोह के बदमाशों ने मौर्या एंक्लेव में दिनदहाड़े गोगी गिरोह के सदस्य मोनू मान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसे 14 गोलिया मारी गई थीं। मोनू अलीपुर का रहने वाला था। सोनीपत के दिग्विजय सरोहा को गोली मारने के मामले में वह आरोपित था। इस वर्ष 15 जनवरी को रोहिणी की पॉश कॉलोनी प्रशांत विहार में गोगी गिरोह के बदमाशों ने अलीपुर निवासी टिल्लू गिरोह के बदमाश रवि भारद्वाज पर 29 राउंड गोलियां बरसा कर पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी।

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