दिल्ली में इमारत गिरने से सात की मौत, सीएम केजरीवाल ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

एक पेड़ के सहारे टिकी इस तीन मंजिला बिल्डिंग को एमसीडी ने असुरक्षित घोषित कर रखा था। बावजूद लोग किराए पर रह रहे थे। अगर एजेंसियां और मकान मालिक सचेत होते तो हादसा टाला जा सकता था।

By Amit SinghEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 10:36 AM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 06:22 PM (IST)
दिल्ली में इमारत गिरने से सात की मौत, सीएम केजरीवाल ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
दिल्ली में इमारत गिरने से सात की मौत, सीएम केजरीवाल ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के अशोक विहार फेज तीन इलाके में तीन मंजिला बिल्डिंग गिरने से हुई मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। कुछ देर पहले तक हादसे में दो बच्चों के मरने के बात सामने आई थी। अब मरने वालों की संख्या छह पहुंच गई है। मृतकों में चार बच्चे व दो महिलाएं व एक पुरुष शामिल हैं। बचाव टीम अब तक दस लोगों को मलबे से बाहर निकाल चुकी है।

घायल अन्य पांच में से भी तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि अब भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। घटनास्थल पर पुलिस, अग्निशमन विभाग और आपदा प्रबंधन टीमें आम लोगों के सहयोग से युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इमारत गिरने के बाद दिल्ली सरकार भी हरकत में आई है और हादसे को लेकर सीएम केजरीवाल ने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दे दिया है।  

बहुमंजिला इमारत गिरने का ये मामला अशोक विहार फेज तीन अंतर्गत सावन पार्क के पास हुआ है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग काफी पुरानी होने की वजह से इसकी हालत जर्जर थी। बावजूद इस बिल्डिंग में कुछ परिवार रह रहे थे। बुधवार सुबह बिल्डिंग अचानक भरभरा कर गिर गई। इससे बिल्डिंग में रह रहे लोगों को निकलने का मौका भी नहीं मिला।

सूचना पाकर पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। आपदा प्रबंधन टीम के लोग भी मौके पर पहुंच चुके हैं। बिल्डिंग का मलबा हटाकर उसमें दबे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। मालूम हो कि इससे पहले भी बारिश की वजह से दिल्ली-एनसीआर में कई इमारतें धराशायी हो चुकी हैं।

इस वजह से एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई है। बारिश के दौरान इमारतों के गिरने से होने वाले हादसों को रोकने के लिए दिल्ली समेत आसपास के शहरों में जर्जर भवनों को चिह्नित कर खाली कराने का अभियान शुरू किया गया था। इसके बावजूद लगातार हादसे हो रहे हैं।

कुल 23 लोग रहते थे इमारत में
पुलिस के अनुसार जो इमारत धराशाई हुई है उसमें कुल 23 लोग रहते थे। हादसे के वक्त 11 लोग बाहर गए हुए थे। बिल्डिंग में मौजूद 12 लोग हादसे का शिकार हुए हैं। इनमें से पांच की मौत हो चुकी है। मृतकों की पहचान आशी (3), शौर्य (2), रजनेश (4), सुमनेश (12), मुन्नी देवी (38) के रूप में हुई है।

मकान मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज
हादसे के बाद पुलिस ने इमारत के मालिक धर्मेंद्र के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है। उसी ने असुरक्षित घोषित हो चुकी इस बिल्डिंग में लोगों को किराए पर ठहराया हुआ था। उसके खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि संजीव गुप्ता नाम के एक व्यक्ति ने 16 अगस्त 2017 को एक साल पहले इस जर्जर बिल्डिंग के खिलाफ शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर एमसीडी ने करीब 20 दिन पहले मौका मुआयना कर इमारत का निरीक्षण किया था। इसके बाद इमारत को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था।

असुरक्षित घोषित थी एक पेड़ के सहारे टिकी ये इमारत
अभी तक की जांच के मुताबिक एमसीडी ने इस बिल्डिंग को कमजोर घोषित कर रखा था। बताया जा रहा है कि पूरी बिल्डिंग में एक पेड़ के सहारे टिकी हुई थी। कुछ दिन लगातार बारिश होने से ये पेड़ सूख गया। इससे बिल्डिंग को मिलने वाला सहारा कमजोर पड़ गया। नतीजतन बुधवार सुबह तीन मंजिला ये बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह गिर पड़ी। पुलिस के अनुसार फ़िलहाल मौके पर राहत व बचाव कार्य और जांच जारी है। अब तक मलबे में दबे दो परिवारों के सदस्य मिले हैं। दूसरी मंजिल पर रहने वाले परिवार की तलाश जारी है। इनके मलबे में दबे होने की आशंका है।

अग्निशमन विभाग को मिली सूचना
अग्निशमन विभाग के अनुसार उन्हें सुबह 9:25 बजे हादसे की सूचना मिली है। सूचना में बताया गया कि अशोक विहार फेज-तीन के सावन पार्क में तीन मंजिला इमारत गिर गई है। सूचना पाकर आपदा प्रबंधन टीम के दमकल गाड़ियों व अन्य मशीनरी के साथ मौके पर भेज दिया गया है। टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं।

आसपास के भवन भी क्षतिग्रस्त
तीन मंजिला इमारत जिस इलाके में गिरी है वह काफी भीड़भाड़ वाला एरिया है। इस वजह से आसपास के कई घरों पर भी इसका असर पड़ा है। बिल्डिंग गिरने से आसपास के भी कई घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बचाव टीमें अब उन क्षतिग्रस्त भवनों की भी जांच कर रही हैं कि वह रहने के लिए सुरक्षित हैं या नहीं। उधर बिल्डिंग गिरने की सूचना के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है। इस वजह से बचाव टीमों को राहत कार्य करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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