चाइनीज एप के जरिए ठगी मामले में महिला सीएस समेत तीन अन्य गिरफ्तार, बनाई थी 36 फर्जी कंपनी

चाइनीज एप पावर बैंक व ईजी प्लान के जरिए देशभर के पांच लाख लोगों से 150 करोड़ रुपये की ठगी मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक महिला समेत तीन अन्य आरोपितों को दिल्ली के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:12 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 06:12 PM (IST)
चाइनीज एप के जरिए ठगी मामले में महिला सीएस समेत तीन अन्य गिरफ्तार, बनाई थी 36 फर्जी कंपनी
महिला ने बनाई थी 36 फर्जी कंपनी, कंपनियों में नियुक्त किए थे निदेशक

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चाइनीज एप पावर बैंक व ईजी प्लान के जरिए देशभर के पांच लाख लोगों से 150 करोड़ रुपये की ठगी मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक महिला समेत तीन अन्य आरोपितों को दिल्ली के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया है। महिला गुरुग्राम की एक कंपनी में कंपनी सेकेट्री (सीएस) थी। महिला दिल्ली मोड्यूल की सबसे महत्वपूर्ण सदस्य है। उसने चीनी नागरिक मास्टरमाइंड के कहने पर 36 फर्जी कंपनी बनाई थी। उक्त कंपनियों के दस्तावेजों में उसने फर्जी निदेशक से लेकर अन्य कर्मचारी नियुक्त की थी। साथ ही बैंक खाते खुलवा पूरी जानकारी के साथ चीन में बैठे चाइनीज मास्टरमाइंड को भेज दी थी।

साइबर सेल के एक अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम रजनी कोहली, इब्राहिम व राम उजागर है। रजनी कोहली पश्चिमी दिल्ली की रहने वाली है और गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में सीएस थी। पुलिस का कहना है कि इस महिला ने ठगी में अहम भूमिका निभाई है। मास्टरमाइंड को सबसे अधिक इसी ने फर्जी कंपनी बनाकर ठगी में सहयोग किया। बताया जाता है कि फरवरी में जब ठगी की रूपरेखा तैयार करने के लिए चार चीनी नागरिक दिल्ली आए थे तब दिल्ली के अलग-अलग होटलों में हुई हर बैठक में रजनी कोहली भी शामिल हुई थी। इसे बतौर कमीशन भी मोटी रकम दिए जाने की आशंका जताई जा रही है। इसने एप के जरिए आने वाले पैसे में भी करोड़ो की हेराफेरी की है।

अभी भी रजनी कोहली, चीन बैठे मास्टरमाइंड के लगातार संपर्क में थी। बताया जाता है कि इस मोड्यूल के साथ जुड़े सीए व सीएस ने फर्जी कंपनियों में कई निदेशक इसलिए नियुक्त किए थे ताकि एप के जरिए कंपनियों में आने वाले सभी पैसे सीधे तौर पर चीन ना चले जाए। कंपनियों में आने वाले पैसे कई खातों में स्थानांतरित कर दिए जाते थे ताकि पकड़े जाने पर जांच एजेंसियों को जल्द पैसों के बारे में पता नहीं लग सके। इब्राहिम व राम उजागर, दिल्ली के छावला व ज्वाला डेयरी के रहने वाले है। इब्राहिम, रजनी के साथ मिलकर काम करता था। यह भी चीन के लोगों के संपर्क में था। कुछ हफ्ते पहले पुलिस ने नोएडा से सतेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था। उसकी नोएडा के सेक्टर 62 में एसजी टेलीकाम नाम से कंपनी है। उसने चीन के मुख्य आरोपीकर्ताओं को 27 सिम कार्ड मुहैया कराए थे।

ज्ञात रहे साइबर सेल ठगी के इस मामले में अब तक 15 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें सीए रौनक बंसल व अविक के अलावा शेख राबिन, उमाकांत, आकाश जोयस, वेद चंद्रा, हरिओम, अभिषेक, शशि बंसल, मिथिलेश व अरविंद शामिल हैं। इन 11 आरोपितों को तीन सप्ताह पहले साइबर सेल ने एक साथ दिल्ली समेत कई राज्यों से गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के एक बड़े मामले का भंडाफोड़ किया था।

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