इस बार 10 बिंदुओं पर फोकस होगा राजधानी का विंटर एक्शन प्लान, पहला बिंदु पराली की समस्या, 30 सितंबर तक तैयार हो जाएगा प्लान

उन्होंने कहा कि हमारा विंटर एक्शन प्लान पराली व कूड़ा जलाने वाहन व धूल प्रदूषण हाटस्पाट स्माग टावर पड़ोसी राज्यों से संवाद वार रूम व ग्रीन एप को उन्नत बनाने केंद्र सरकार व वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से संपर्क जैसे 10 फोकस बिंदुओं पर आधारित होगा।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 03:02 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 03:02 PM (IST)
इस बार 10 बिंदुओं पर फोकस होगा राजधानी का विंटर एक्शन प्लान, पहला बिंदु पराली की समस्या, 30 सितंबर तक तैयार हो जाएगा प्लान
सर्दी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए विभिन्न अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। विंटर एक्शन प्लान को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी (दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति), विकास विभाग और वन विभाग के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि हमारा विंटर एक्शन प्लान पराली व कूड़ा जलाने, वाहन व धूल प्रदूषण, हाटस्पाट, स्माग टावर, पड़ोसी राज्यों से संवाद, वार रूम व ग्रीन एप को उन्नत बनाने, केंद्र सरकार व वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से संपर्क जैसे 10 फोकस बिंदुओं पर आधारित होगा।

बैठक के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान राय ने बताया कि 14 सितंबर को सभी संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर निर्धारित फोकस बिंदुओं पर सुझाव लिया जाएगा और 30 सितंबर तक विंटर एक्शन प्लान को तैयार कर लिया जाएगा। इसके बाद दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई अभियानों की शुरुआत करेगी। राय ने कहा कि 10 फोकस बिंदुओं में पहला पराली की समस्या है।

आगामी दिनों में पराली जलाने की समस्या को केंद्र बिंदु बनाकर काम किया जाएगा। दूसरा, वाहनों से होने वाले प्रदूषण को केंद्रित करते हुए काम किया जाएगा। तीसरा धूल का प्रदूषण है। चौथा फोकस बिंदु जगह-जगह जलाए जाने वाला कूड़ा है। पांचवां बिंदु हाटस्पाट है, जहां पर लोगों को सबसे ज्यादा प्रदूषण का शिकार होना पड़ता है। छठा बिंदु स्माग टावर है। दिल्ली के अंदर स्माग टावर बनकर तैयार हो चुके हैं।

यह हमारे अध्ययन का मुख्य बिंदु रहेगा। इसके लिए हम विशेषज्ञों की एक समिति बनाने जा रहे हैं, जिसके आधार पर हम आगे भी स्माग टावर को अन्य जगहों पर लगा सकें। हमारा सातवां फोकस बिंदु पड़ोसी राज्य होंगे। हम अपने पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित करेंगे, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक संयुक्त कार्य किया जा सके। आठवां बिंदु वार रूम को और उन्नत बनाना है। इसकी मदद से तमाम एजेंसियों को आपस में एकीकृत कर प्रदूषण नियंत्रण पर त्वरित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह अन्य फोकस बिंदुओं पर भी काम किया जाएगा।

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