लालकिले की सुरक्षा में इस बार लगाए जा रहे नए सिस्टम, जानिए किस खतरे से निपटने में होंगे सक्षम

स्वतंत्रता दिवस पर ड्रोन हमले के खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए इसी सप्ताह लाल किले की सुरक्षा के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया जाएगा। पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने अधिकारियों को पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 12:47 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:47 PM (IST)
लालकिले की सुरक्षा में इस बार लगाए जा रहे नए सिस्टम, जानिए किस खतरे से निपटने में होंगे सक्षम
लाल किले की सुरक्षा में इस बार एक नई तरह की सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस पर ड्रोन हमले के खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए इसी सप्ताह लाल किले की सुरक्षा के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालने के बाद राकेश अस्थाना ने शनिवार को पहली बार दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की है। इसमें स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों से जुड़ी जानकारी ली।

साथ ही जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस बीच अधिकारियों ने उन्हें बताया कि ड्रोन हमले के खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने तमाम पैरा मिलिट्री व सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसे लेकर रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ भी बैठक हो रही है। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त के मद्देनर इस बार लाल किले पर एंटी ड्रोन रडार सिस्टम लगाया जा रहा है। उसकी खासियत यह है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल से तीन किलोमीटर पहले ही संदिग्ध ड्रोन को जाम करके गिरा दिया जाएगा।

मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक अस्थाना के साथ बैठक में राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री सुरक्षा यूनिट, स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, स्पेशल ब्रांच समेत नई दिल्ली, मध्य व उत्तरी जिले व अन्य यूनिटों के विशेष आयुक्त, संयुक्त आयुक्त, एडिशनल पुलिस कमिश्नर, डीसीपी, एडिशनल डीसीपी व एसीपी स्तर के अधिकारी शामिल थे। जनता के बीच रहकर निपटाएं समस्याएं उन्होंने सुरक्षा में जुटे अधिकारियों से कहा है कि वे बैठक में अधिकतर समय बर्बाद न करें, बल्कि सड़कों व आम जनता के बीच रहकर लोकल इनपुट के आधार पर आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखें। इसके साथ ही जनता से रूबरू होकर उनकी समस्याओं का निराकरण करें और कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने की कोशिश करें। सीमा पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए।

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