सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए दक्षिणी निगम की ओर से उठाया गया ये कदम, आप भी जानें

जिन घरों से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग दिया जाएगा उसकी पूरी जानकारी स्वच्छ नगर एप पर तुरंत डाली जाएगी। गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग देने वाले परिवारों की जानकारी भी एप पर अपलोड की जाएगी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 01:34 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 01:34 PM (IST)
सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए दक्षिणी निगम की ओर से उठाया गया ये कदम, आप भी जानें
गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग देने वाले परिवारों की जानकारी भी एप पर अपलोड की जाएगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में बेहतर स्थान प्राप्त करने के लिए दक्षिणी नगर निगम ने अभियान छेड़ दिया है। इसके तहत चारों जोन में निगम ने विभिन्न गतिविधियां शुरू कर दी है। निगम ने गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग करने पर जोर देने के लिए नजफगढ़ जोन की द्वारका स्थित ग्रुप हाउसिंग सोसायटी से इसकी शुरुआत की है। अब यहां हर घर से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग लिया जाएगा। इतना ही नहीं जिन घरों से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग दिया जाएगा उसकी पूरी जानकारी स्वच्छ नगर एप पर तुरंत डाली जाएगी। गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग देने वाले परिवारों की जानकारी भी एप पर अपलोड की जाएगी।

निगम के मुताबिक गीले कचरे का उपयोग खाद बनाने के लिए द्वारका सेक्टर 23 में लगाए संयंत्र में होगा, जबकि सूखे कचरे का उपयोग रिसाइकिल यूनिट में किया जाएगा। सूखे कचरे के छोटे-छोटे टुकड़े कर इसे फिर से उपयोग के लिए तैयार किया जाएगा। नजफगढ़ जोन के अलावा दक्षिणी जोन में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने के लिए 'प्रोजेक्ट विकल्प' के नाम से कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत स्थानीय छह बाजारों में 20 रुपये का शुल्क देकर कपड़े का थैला भी किराये पर ले सकते है। थैले के उपयोग के बाद उसे वापस करने पर पैसे वापस मिल करने का भी प्रविधान होगा।

वहीं पश्चिमी जोन में छह डलाव घरों को बंद कर नेकी की दीवार संचालित की जा रही है, जबकि छह डलाव घर पुस्तक बैंक में बदल दिए गए हैं।मध्य जोन में लाजपत नगर पुलिस स्टेशन के निकट पुराने टायरों का इस्तेमाल कर पार्क का सुंदरीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा वहां पर सेल्फी प्वाइंट भी विकसित किया गया है, जहां नागरिक कपड़े का थैला ले सकते हैं।

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