Delhi Water Crisis: दिल्ली के कई इलाकों में अगले 2 दिन रहेगी पानी की किल्लत, नोट कर लीजिए लिस्ट

Delhi Water Crisis भूमिगत जलाशय के सफाई कार्य के कारण 22 सितंबर को ही शालीमार बाग एसी ब्लाक रोहिणी सेक्टर 21 पाकेट सात में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी। वहीं 23 सितंबर को रोहिणी सेक्टर 23 के पाकेट दो व शालीमार बाग के बीसी ब्लाक में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:17 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:17 AM (IST)
Delhi Water Crisis: दिल्ली के कई इलाकों में अगले 2 दिन रहेगी पानी की किल्लत, नोट कर लीजिए लिस्ट
Delhi Water Crisis: दिल्ली के कई इलाकों में अगले 2 दिन रहेगी पानी की किल्लत, नोट कर लीजिए लिस्ट

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। पेयजल से जुड़ी योजना पर काम चलने के चलते और भूमिगत जलाशय के प्रस्तावित सफाई कार्य के कारण बृहस्पतिवार को दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रही रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड का कहना है कि सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र के नजदीक स्थित रेनी वेल से पानी भरने के लिए जो नई जगह बनाई बनाई गई है, वहां बोरवेल बनाने के लिए पानी उपलब्ध कराना है। इस वजह से ताहिरपुर मुख्य पाइप लाइन से 22 सितंबर को पानी आपूर्ति प्रभावित रहेगी। इस वजह से गमरी गांव, यमुना विहार, भजनपुरा, उत्तरी व पश्चिमी घोंडा, मौजपुर के कई इलाके, दिलशाद गार्डन, सीमापुरी, नंद नगरी, मंडोली, सबोली, हर्ष विहार और इसके आसपास के इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी।

वहीं, इसके अलावा भूमिगत जलाशय के सफाई कार्य के कारण 22 सितंबर को ही शालीमार बाग एसी ब्लाक, रोहिणी सेक्टर 21 पाकेट सात में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी। वहीं 23 सितंबर को रोहिणी सेक्टर 23 के पाकेट दो व शालीमार बाग के बीसी ब्लाक में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी। लिहाजा जल बोर्ड ने लोगों को सलाह दी है कि वे अपनी जरूरत के मुताबिक पानी भरकर रख लें। पेयजल किल्लत होने लोग जल बोर्ड के केंद्रीय काल सेंटर के नंबर (1916) पर काल कर सकते हैं। 

इससे पहले जुलाई महीने में भी पानी की किल्लत हो गई थी। दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया था कि पानी की कमी के कारण चंद्रावल जलशोधन केंद्र में उत्पादन 90 एमजीडी से घटकर 55, वजीराबाद में 135 से 80 और ओखला में 20 से घटकर 15 एमजीडी रह गया था। दिल्ली सरकार के मुताबिक, हरियाणा से आपूर्ति कम होने की वजह से दिल्ली में पानी का उत्पादन 245 एमजीडी से घटकर 145-150 एमजीडी रह गया था। सरकार के मुताबिक, यमुना रिवर बोर्ड के निर्देश के बावजूद 150 क्यूसेक अतिरिक्त पानी भी रोक दिया गया था। 

गौरतलब है कि दिल्ली के तीन प्रमुख जल शोधन संयंत्र हैं, जहां पानी का शोधन किया जाता है। तीनों में 245 एमजीडी पानी का उत्पादन होना चाहिए, लेकिन कमी होने से एनडीएमसी, मध्य दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के बड़े इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है।

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