DU Admission Update: 100 साल पूरे होने पर डीयू में होगा बड़ा बदलाव, एडमिशन लेना होगा मुश्किल

अगले सत्र यानी 2022-23 के लिए दाखिला प्रक्रिया किस तरह की होगी? इस पर विचार करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक कमेटी बनाई है। ऐसे में 2022-23 में दाखिला के लिए प्रवेश प्रक्रिया पर सहमति बन सकती है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 08:51 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 08:51 AM (IST)
DU Admission Update: 100 साल पूरे होने पर डीयू में होगा बड़ा बदलाव, एडमिशन लेना होगा मुश्किल
DU Admission Update: 100 साल पूरे होने पर डीयू में होगा बड़ा बदलाव, एडमिशन लेना होगा मुश्किल

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। देश-दुनिया के नामी संस्थानों में शुमार दिल्ली विश्वविद्यालय अगले साल (वर्ष 2022) अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। ऐसे में बड़े बदलाव के तहत अगले साल से दिल्‍ली विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा देनी पड़ेगी।  इस बदलाव की तैयारी काफी लंबे समय से चर्चा में थी, लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय दाखिल प्रक्रिया 2022 से इसे लागू किया जा सकता है। दरअसल, अगले सत्र यानी 2022-23 के लिए दाखिला प्रक्रिया किस तरह की होगी? इस पर विचार करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक कमेटी बनाई है। बताया जा रहा है कि इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में अगले साल से प्रवेश प्रक्रिया के जरिये दाखिला दिया जाएगा। इसकी मांग कई सालों से की जा रही है,  जो डीयू के 100वें वर्ष मांग पूरी होने के 100 प्रतिशत आसार हैं। बता दें कि कई स्नातकोत्तर विषयों में दाखिला देने के लिए डीयू में कई सालों से प्रवेश प्रक्रिया अपनाई जाती है, लेकिन अब स्नातक विषयों में दाखिले के लिए भी प्रवेश परीक्षा देनी होगी।

इसी साल से होनी थी प्रवेश परीक्षा के जरिये दाखिला प्रक्रिया

बताया जा रहा है कि 2020-22 के लिए डीयू में दाखिला प्रवेश प्रक्रिया के जरिये होना था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण ने डीयू की इस योजना पर पानी फेर दिया है। अब हालात में सुधार हुआ है तो 2022-2023 सत्र के लिए दाखिला प्रक्रिया प्रवेश परीक्षा के जरिये ही होगी। डीयू प्रशासन की मानें तो देश के सबसे चर्चित विश्वविद्यालय में शुमार डीयू में अगले साल स्नातक विषय के लिए दाखिल प्रक्रिया प्रवेश परीक्षा के जरिये  होना लगभग तय है। 

वहीं, क्या दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षा के अलावा 12वीं कक्षा के अंकों को भी प्राथमिकता दी जाएगी या नहीं, इस पर कोई साफ राय अब तक नहीं बनी है। दरअसल कमेटी आगामी 8 दिसंबर को डीयू की अकादमिक काउंसिल की मीटिंग में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी, जहां इस रिपोर्ट पर चर्चा होगी। इसके बाद अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।

बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक कमेटी का गठन किया है, जिसके प्रमुख डा. डीएस रावत हैं। इस कमेटी को बोर्ड वाइज स्टूडेंट्स के डेटा के अलावा खाली रह गई सीटों की समीक्षा भी करनी है।  डा. डीएस रावत ने बताया कि कमिटी अपने रिपोर्ट अकादमिक काउंसिल के सामने 8 दिसंबर को रखेगी।

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