आने वाले महीनों में कई गुना बढ़ सकता है दिल के रोगों का खतरा, डॉक्टर ने बताई वजह

लाकडाउन में घरों में बंद रहे लोगों में आने वाले दिनों में दिल के रोगों का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। यह कहना है अपोलो अस्पताल में कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी के वरिष्ठ डा. मुकेश गोयल का।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:23 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:55 AM (IST)
आने वाले महीनों में कई गुना बढ़ सकता है दिल के रोगों का खतरा, डॉक्टर ने बताई वजह
डाक्टर बोले, लाकडाउन और कोरोना से बचाव के लिए लोगों ने नहीं कराई नियमित स्वास्थ्य जांच। प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बीते एक साल से महामारी का बोझ लगातार बना हुआ है। ऐसे में स्वास्थ्य को लेकर लोगों की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। साथ ही लाकडाउन में घरों में बंद रहे लोगों में आने वाले दिनों में दिल के रोगों का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। यह कहना है अपोलो अस्पताल में कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी के वरिष्ठ डा. मुकेश गोयल का।

मुकेश गोयल का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए लाकडाउन के समय में अधिकतर लोगों ने अपनी बीमारियों की अनदेखी करते हुए स्वास्थ्य जांच भी नहीं कराई। अगर दिल के स्वास्थ्य की अनदेखी की जाए तो यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। दुनिया भर में दिल की बीमारी मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है। इन रोगों में मोटापा, डायबिटीज़ एवं हाइपरटेंशन की संभावना बढ़ी है। इनका सीधा असर दिल के स्वास्थ्य पर पड़ता है।

मुकेश गोयल के मुताबिक महामारी से पहले से तुलना करें तो स्वास्थ्य जांच के लिए ओपीडी में आने वाले मरीज़ों की संख्या कम हुई है। पोस्ट कोविड समस्याओं के कारण मायोकार्डिटिस के मामले भी बढ़ रहे हैं। कोविड से ठीक हुए मरीज़ों को इन्फ्लामेशन (सूजन) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच कराना बहुत ज़रूरी है। संतुलित आहार लें, अच्छी नींद लें और नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करें।

नौ दिन में बढ़ गए 11 कंटेनमेंट जोन

वहीं, दिल्ली में तीन माह से घट रही कंटेनमेंट जोन की संख्या के बीच एक बार फिर से कंटेनमेंट जोन बढ़ने लगे हैं। पिछले नौ दिन के अंदर 11 कंटेनमेंट जोन बढ़ गए हैं। इन्हें मिलाकर इसकी संख्या 103 हो गई है। इससे 10 दिन पहले इनकी संख्या 92 हो गई थी। हालांकि दिल्ली सरकार ने कहा कि कंटेनमेंट जोन बढ़ना तीसरी लहर का संकेत नहीं हैं। दिल्ली में प्रशासन द्वारा की जा रही अत्यधिक सख्ती के कारण कंटेनमेंट जोन बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश हैं कि जहां भी कोरोना का मरीज आता है तो वहां कंटेनमेंट जोन बनाया जाए।

पिछले दिनों के आंकड़ों की बात करें तो पिछली 11 सितंबर को 100 कंटेनमेंट जोन थे, जो 12 सितंबर को घटकर एकाएक 94 रह गए। 13 सितंबर को फिर दो और कंटेनमेंट जोन घट गए, जो कुल 92 रह गए। 13 सितंबर को एक कंटेनमेंट जोन बढ़ गया, जो बढ़कर 93 हो गए। 16 सितंबर को 94 हुए। 17 सितंबर को 96 हुए। 18 सितंबर को 98 हो गए और 19 सितंबर को बढ़कर 103 हो गए हैं। दिल्ली सरकार की जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 15 सितंबर तक कुल 87580 कंटेनमेंट जोन बने हैं, जबकि इसमें से 87486 जोन डी-कंटेन किए गए हैं।

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