पड़े-पड़े सड़ गए मगर गरीबों तक नहीं पहुंच पाए केंद्र की ओर से दिल्ली सरकार को दिए गए राशन, पढ़िए अन्य जानकारी
दक्षिणी दिल्ली के तमाम स्कूलों के बाद अब घोंडा विधानसभा क्षेत्र स्थित पूर्वी दिल्ली नगर निगम के तीन स्कूलों में भी 25 टन अनाज सड़ने का मामला सामने आया है। पिछले साल लाकडाउन के दौरान गरीबों को बांटने के लिए दिल्ली के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को दिया गया था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दक्षिणी दिल्ली के तमाम स्कूलों के बाद अब घोंडा विधानसभा क्षेत्र स्थित पूर्वी दिल्ली नगर निगम के तीन स्कूलों में भी 25 टन अनाज सड़ने का मामला सामने आया है। यह अनाज पिछले साल लाकडाउन के दौरान गरीबों को बांटने के लिए दिल्ली के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को दिया गया था। घोंडा के विधायक अजय महावर ने गांवड़ी, यमुना विहार और ब्रह्मपुरी एक्स ब्लाक के निगम स्कूलों का निरीक्षण किया तो अनाज सड़ने की जानकारी मिली।
निगम विद्यालय के प्रबंधन ने कई बार खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को स्कूलों में रखे अनाज को बांटने के लिए कहा, लेकिन अधिकारियों ने इसकी सुध नहीं ली। विधायक अजय महावर ने बताया कि तीनों स्कूलों में करीब 25 टन गेहूं व चावल सड़ गया है। उन्होंने बताया कि 2020 में केंद्र सरकार की ओर से यह अनाज भेजा गया था। विधायकों ने उस वक्त गरीबों को कूपन दिए थे, जिसके बाद लोगों ने स्कूलों में बने केंद्रों पर कूपन दिखाकर अनाज लिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने अनाज को सड़ाकर गरीबों के पेट पर लात मारने का काम किया है। गरीबों के राशन पर जो सियासी रोटी सेंकी गई, उससे किसका पेट भरा। मौजूदा वक्त में भी केंद्र सरकार ने दिल्ली को राशन दिया है। स्कूलों में केंद्र बनाकर राशन का वितरण हो रहा है। इन केंद्रों पर शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। लोग राशन न मिलने से परेशान हैं। इस संबंध में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सहायक आयुक्त राजेश आहुजा से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने बात करने से इन्कार कर दिया।