फ्लाईओवर की दीवारों से मिल रहा शिक्षा का संदेश, संस्कृति के साथ स्वच्छता को भी पेंटिंग से दर्शायाा
कश्मीरी गेट बस अड्डे के सामने का फ्लाईओवर की दीवार शिक्षा के महत्व का पाठ पढ़ा व समझा रही है। वहीं ये चित्र लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इससे फ्लाईओवर के पास स्वच्छताा को भी बढ़ावा मिल रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में कई परिवारों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने से बच्चों की शिक्षा पर प्रभाव पड़ा। इस दौरान कई बच्चे शिक्षा से दूर हो गए, वहीं कई बच्चों के पास आनलाइन पढ़ाई की सामग्री न होने से शिक्षा ग्रहण करना मुश्किल हो गया। ऐसे में कश्मीरी गेट बस अड्डे के सामने का फ्लाईओवर की दीवार शिक्षा के महत्व का पाठ पढ़ा व समझा रही है। वहीं ये चित्र लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
इसमें एक छात्र किताब हाथ में लिए पढ़ रही है और ज्ञान का दीपक को जला रही है। यह चित्र उत्तरी दिल्ली नगर निगम की ओर से दिल्ली स्ट्रीट आर्ट समूह बना रहा है। यह चित्र लोगों को आकर्षित कर रहा है। फ्लाईओवर से गुजर रहे लोगों ने बताया कि शिक्षा के महत्व को बताती यह दीवार बहुत ही नेक काम कर रही है। पहले यह दीवार गंदी रहती थी, लेकिन अब सुंदरता की प्रतीक बन गई है। ऐसे ही बेकार पड़ी दीवारों को ऐसे अच्छे संदेशों से संवारा जा सकता है। जिससे लोगों को संदेश भी मिलेंगे।
कलात्मक दीवार पढ़ा रही है शिक्षा के महत्व का पाठ
राजधानी में यमुना बाजार स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के सामने से गुजरने वाला फ्लाईओवर रामायण की कथा दिखा रहा है। कश्मीरी गेट की ओर जा रहे इस फ्लाईओवर पर रामायण की खूबसूरत चित्र उकेरे गए हैं, जिसमें हनुमान समुद्र के ऊपर से संजीवनी बूटी हाथ में उठाए जा रहे हैं। इस प्रसंग में उन्हें वानर देख रहे हैं। वहीं, फ्लाईओवर के पोल पर भी द्वारपाल और हाथियों के चित्र बनाए गए हैं। फ्लाइओवर की ओर जा रहे लोगों को यह चित्र आकर्षित कर रामायण के पाठ से रुबरू करवा रहे हैं। जो कोई भी व्यक्ति इसके नीचे से गुजरता है, तो वह एकटक हनुमान के चित्र को निहारता रहता है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की ओर से दिल्ली स्ट्रीट आर्ट समूह ने इसकी रुपरेखा बदलने का काम किया। जो भी श्रद्धुालु हनुमान मंदिर आते हैं, वह फ्लाईओवर पर बने हनुमान के चित्र को देखने जरूर आते हैं।
फ्लाइओवर की गंदगी से मिली लोगों को राहत
पहले यह फ्लाइओवर गंदगी से बदहाल रहता था। अब आस पास के दुकानदार भी खुश हैं। उन्होंने बताया कि पहले इसकी दीवारों पर कोई भी आकर पोस्टर चिपका देते थे। जिससे इसकी दीवारे और खंभे गंदी नजर आती थी। इसके अलावा फ्लाइओवर पर प्लास्टिक की बेकार पड़ी बोतलों को काट कर उनमें पौधे लगाए गए हैं।