सदन तक पहुंचा मामला, निगम ने पुरानी सब्जीमंडी के इलाके में चिन्हित की खतरनाक इमारतें, जानिए कितनी है इनकी संख्या

स्थानीय पार्षद गुड्डी देवी ने सदन में कहा कि 38 नई जर्जर इमारतें मिली हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन इमारतों को जर्जर घोषित किया गया उनमें से कई इमारतों पर कार्रवाई न करने के लिए भी अधिकारियों पर दवाब बनाया जा रहा है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:16 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:16 PM (IST)
सदन तक पहुंचा मामला, निगम ने पुरानी सब्जीमंडी के इलाके में चिन्हित की खतरनाक इमारतें, जानिए कितनी है इनकी संख्या
जहां घटना हुई वहां पर पहले ही नौ जर्जर इमारतें निगम ने चिह्नित की थी।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पुरानी सब्जी मंडी इलाके में जहां पर एक बहुमंजिला इमारत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई थी वहां 38 नई खतरनाक इमारतों की पहचान हुई है। स्थानीय पार्षद गुड्डी देवी ने सदन में कहा कि 38 नई जर्जर इमारतें मिली हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन इमारतों को जर्जर घोषित किया गया उनमें से कई इमारतों पर कार्रवाई न करने के लिए भी अधिकारियों पर दवाब बनाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पुरानी सब्जी मंडी इलाके में जहां घटना हुई वहां पर पहले ही नौ जर्जर इमारतें निगम ने चिह्नित की थी।

घटना के बाद निगमायुक्त संजय गोयल ने फिर से पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर सर्वे करने के आदेश दिए थे। निगम के पूर्व के किए गए सर्वे के अनुसार 699 खतरनाक इमारतें थीं, जबकि 444 को मरम्मत करने के लिए नोटिस दिया गया था। महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि जो भी खतरनाक इमारतें सामने आ रही है उनको खाली कराया जाएगा।

वहीं, कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि जब पहले उस इलाके में नौ जर्जर इमारतें थीं और अब उसकी संख्या 38 हो गई है तो इस पर उन जिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए जिन्होंने पहले इन्हें खतरनाक घोषित नहीं किया था। उन्होंने कहा कि निगम ने पुरानी सब्जी मंडी इलाके में हुई घटना में अधिकारियों और कर्मचारियों को क्लीन चिट दे दी है, जिसका प्रमाण है कि निगम कितना असंवेदनशील है।

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