वैक्सीन लेने टीकाकरण केंद्र नहीं पहुंच रहे बुजुर्ग, वापस भेजनी पड़ रही वायल, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

राजधानी में कोरोना रोधी टीके की उपलब्धता को लेकर सियासी पारा चरम पर है। केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। लेकिन यहां कुछ टीकाकरण केंद्र ऐसे भी हैं जहां 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति कम संख्या में पहुंच रहे हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 03:43 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 03:43 PM (IST)
वैक्सीन लेने टीकाकरण केंद्र नहीं पहुंच रहे बुजुर्ग, वापस भेजनी पड़ रही वायल, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
लेकिन, अब बुजुर्ग कम संख्या में टीकाकरण केंद्र पहुंच रहे हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में कोरोना रोधी टीके की उपलब्धता को लेकर सियासी पारा चरम पर है। केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। लेकिन, यहां कुछ टीकाकरण केंद्र ऐसे भी हैं, जहां 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति कम संख्या में पहुंच रहे हैं। इसके चलते वैक्सीन की वायल वापस भेजनी पड़ रही हैं। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि एक केंद्र पर रोजाना 100 से 150 लोगों को टीका लगाने की व्यवस्था की गई है। लेकिन, अब बुजुर्ग कम संख्या में टीकाकरण केंद्र पहुंच रहे हैं।

टीकाकरण के लिए केंद्रों में पहुंचने वाले बुजर्गो की संख्या में लगातार कमीं आ रही है। इस कारण पुरानी दिल्ली के दरियागंज और लोकनायक, तिमारपुर, बुराड़ी समेत अन्य अस्पतालों व डिस्पेंसरियों से वैक्सीन की वायल वापस भेजी जा रही हैं, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन परेशान हैं। जिला प्रशासन अब टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करने में जुटा है, जिससे लोग तय समय पर टीके की डोज लें। दरियागंज स्थित डिस्पेंसरी में मंगलवार को सुबह आठ बजे हा स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई थी। लेकिन, 10 बजे के बाद यहां टीकाकरण के लिए लोगों का आना शुरू हुआ।

स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि बुजुर्ग के लिए अब स्लाट बुक करना अनिवार्य नहीं है, इसके बाद भी लोग स्लाट तो बुक कर रहे हैं, लेकिन समय पर आकर वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। उनका कहना है कि केंद्र पर बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद क्षमता से 50 फीसद कम टीकाकरण हो रहा है। लोकनायक अस्पताल में भी 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग टीकाकरण के लिए नहीं पहुंच रह हैं। यहां क्षमता से 40 फीसद कम लोगों को टीका लग रहा है। अस्पताल में टीका लगवाने पहुंचे लोगों का कहना है कि बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि अगर वह अस्पताल गए तो संक्रमित हो जाएंगे।

इसके अलावा पहली डोज लगने पर बुखार जैसी समस्या हुई थी वह दोबारा न हो जाए। इसलिए लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं

- हर व्यक्ति को टीकाकरण केंद्र में आकर टीका लगवाना चाहिए। लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

-बीना जैन

लोगों को लग रहा है कि अगर वह वैक्सीन लगवाएंगे तो बीमार हो सकते हैं। इसलिए टीकाकरण केंद्र नहीं आ रहे है, जबकि यह गलत है।

-मंजू शाह कथौरिया

- मध्य जिले के कई टीकाकरण केंद्रों पर बुजुर्ग टीका लगवाने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। प्रशासन की ओर से उन्हें लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए काल कर उन्हें टीकाकरण के फायदे बताए जा रहे हैं। - नागेंद्र त्रिपाठी, एडीएम मध्य दिल्ली

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