टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग से ही रूकेगा ओमिक्रोन का संक्रमण : डा. वीके पॉल
नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल का कहना है कि केंद्र सरकार इस पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन को लेकर दूसरे देशों में स्थिति को देखते हुए यह अभी तक मिले कोरोना के अन्य स्ट्रेन से अधिक संक्रामक है।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। राजधानी में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आने पर नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल का कहना है कि केंद्र सरकार इस पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन को लेकर दूसरे देशों में स्थिति को देखते हुए यह अभी तक मिले कोरोना के अन्य स्ट्रेन से अधिक संक्रामक है। इसके फैलाव को रोकने के लिए कारगर तरीका टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग ही है। इसको और अधिक बढ़ाए जाने की जरूरत है। इससे ही ओमिक्रोन को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।
ओमिक्रोन से निटपटने के लिए हमारे पास सभी साधन हैं। इससे डरने की जरूरत नहीं है। ओमिक्रोन कितना घातक है इसको लेकर उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई अध्ययन सामने नहीं आया है। इस पर अध्ययन जारी है। लेकिन, इससे बचाव के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।
इसके लिए मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन करना जरूरी है। सभी लोग अपना पूर्ण टीकाकरण कराएं और अभी तक टीका न लगवाने वाले लोगों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें। सरकार द्वारा टीकाकरण के लिए चलाए गए हर घर दस्तक अभियान से भी टीकाकरण में बढ़ोत्तरी हुई है।
क्या है ओमिक्रोन
ओमिक्रोन दक्षिण अफ्रीका में पाया गया कोरोना का नया वैरिएंट है। यह अभी तक दुनिया के 38 देशों में फैल चुका है। तेजी से संक्रमण फैलने के कारण इसे अभी तक मिले कोरोना के सभी वैरिएंट में सबसे अधिक संक्रामक वैरिएंट माना जा रहा है। इसके सामने आने के बाद देश दुनिया भर में सभी जगह अलर्ट जारी किया जा रहा है। इसके फैलने के बारे में बताया जा रहा है कि इसकी प्रसार क्षमता डेल्टा वैरिएंट से तीन गुना ज्यादा है। इसलिए यह ज्यादा तबाही मचा सकता है। वहीं डाक्टर लगातार इस नए वैरिएंंट को लेकर सतर्क रहने के साथ वैक्सीन लेने के लिए कह रहे हैं।