23 से 25 सितंबर तक स्वदेशी जागरण मंच करेगा रोजगारपरक आर्थिक विकास पर 'अर्थ चिंतन'
कोरोना महामारी के राष्ट्र समेत विश्व की अर्थव्यवस्था पर पड़े गहरे प्रभाव और उससे निकलते हुए भविष्य का रोडमैप तैयार करने को लेकर स्वदेशी जागरण मंच अर्थ चिंतन करेगा। यह तीन दिवसीय वर्चुअल चिंतन 23 से 25 सितंबर तक है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। कोरोना महामारी के राष्ट्र समेत विश्व की अर्थव्यवस्था पर पड़े गहरे प्रभाव और उससे निकलते हुए भविष्य का रोडमैप तैयार करने को लेकर स्वदेशी जागरण मंच "अर्थ चिंतन' करेगा। यह तीन दिवसीय वर्चुअल चिंतन 23 से 25 सितंबर तक है। इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी व भूपेंद्र यादव, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार, जोहो कारपोरेशन के अध्यक्ष श्रीधर वेम्बू, मनिपाल एजूकेशन समूह के अध्यक्ष मोहनदास पई, अमूल के प्रबंध निदेशक आर. एस. सोढ़ी व पतंजलि से आचार्य बालकृष्ण सहित अन्य विशेषज्ञ भाग लेंगे।
इनके साथ ही कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग सम्मिलित होंगे। विशेष बात कि इसमें हावर्ड विश्वविद्यालय समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर भी वैश्विक परिपेक्ष में भारत की अहम भूमिका पर प्रकाश डालेंगे।
मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख दीपक शर्मा ने बताया कि इस चर्चा का प्रमुख विषय देश की अर्थव्यवस्था को 10 ट्रिलियन डालर बनाने, हर हाथ को काम देने व पर्यावरण हितैषी सर्वसमावेशी विकास का है। इसका आयोजन मंच के स्वदेशी शोध संस्थान व 850 से अधिक भारतीय विश्वविद्यालयों के एसोसिएशन एआइयू द्वारा मिलकर किया जा रहा है। मंच द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर की इस चर्चा में तैयार रोडमैप को सरकार से साझा करने के साथ राष्ट्रीय स्तर पर गांव स्तर पर ले जाकर व्यापक विमर्श कराया जाएगा।