माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स के बिल मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के खिलाफ स्वदेशी जागरण मंच का प्रदर्शन
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और पूर्व अमेरिकन बिजनेसमैन बिल गेट्स के ( Bill Melinda Gates Foundation) खिलाफ स्वदेशी जागरण मंच (Swadeshi Jagran Manch) ने मोर्चा खोल दिया है। लोग कह रहे हैं कि कैसे एक व्यक्ति वैक्सीन को सभी लोगों को उपलब्ध कराने से रोकने की पैरोकारी कर सकता है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और पूर्व अमेरिकन बिजनेसमैन बिल गेट्स के ( Bill Melinda Gates Foundation) खिलाफ स्वदेशी जागरण मंच (Swadeshi Jagran Manch) ने मोर्चा खोल दिया है। गेट्स ने विश्वभर में कोरोना महामारी के कोहराम के बीच इससे बचाव के लिए बने वैक्सीन की बौद्धिक संपदा का अधिकार सुरक्षित रखने की पैरोकारी की थी। जिसके चलते यह वैक्सीन आसानी से गरीब मुल्कों को उपलब्ध न हो सकें। उनके इस अमानवीय बयान की पूरे विश्व मे आलोचना हो रही है।
लोग कह रहे हैं कि कैसे एक व्यक्ति महामारी के बीच पूरे मानव समाज को बचाने में कारगर वैक्सीन को सभी लोगों को उपलब्ध कराने से रोकने की पैरोकारी कर सकता है। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना को लेकर बने वैक्सीन को बौद्धिक संपदा अधिकार से मुक्त करने का आग्रह वैश्विक समाज से किया है ताकि यह सभी को आसानी से सुलभ हो सकें। बौद्धिक संपदा अधिकार से वैक्सीन को बाहर रखने पर दूसरी वैक्सीन निर्माता कंपनियां भी इसका निर्माण कर सकेंगी।
वहीं इसका दाम भी काफी कम हो जाएगा। यह उन गरीब देशों के लिए कोरोना के खिलाफ जंग में काफी लाभदायक होगा, जिन्हें वैक्सीन दूसरे देश से खरीदनी पड़ रही है। कम उत्पादन के कारण ये वैक्सीन मिल भी नहीं पा रहा है। और मिल रहा है तो काफी महंगा हैI इसीलिए उन मुल्कों की आवाज बनकर यह आवाज उठाई है। वहीं दूसरी ओर बिल गेट्स के पूरे मानव समाज के ऊपर महज कुछ कंपनियों की पैरोकारी करने पर उन्हें भारत से बड़े विरोध का सामना करना पड़ा है।
गेट्स के खिलाफ स्वदेशी जागरण मंच ने देशभर में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली में ही बिल मलिंडा गेट्स फाउंडेशन के खिलाफ 65 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया गया जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय संयोजक आर सुंदरम, राष्ट्रीय सह संयोजक अश्विनी महाजन, राष्ट्रीय संगठन कश्मीरी लाल, सह संगठन सतीश कुमार व प्रांत संयोजक विकास चौधरी समेत अन्य विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। ऑनलाइन विरोध अभियान भी चला।सभी ने डब्ल्यूटीओ में तय हुई संधि के आधार पर इस वक्त आई आपदा के मद्देनजर वैक्सीन पेटेंट मुफ्त करने की जोरदार मांग की।