विश्वविद्यालयों में दाखिले की राह आसान कर रहे छात्र, जरूरतमंद छात्रों को निश्शुल्क दे रहे शिक्षा
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के विधि संकाय के छात्र रागिब नौशाद ने कोरोना काल में एक ऐसी शुरूआत कर दी जो जरूरतमंद छात्रों की जिंदगी को रोशन कर रही है। रागिब व उनके सहपाठी जामिया मिल्लिया इस्लामिया व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता...एक पत्थर से तबियत से उछालो यारों...। इस कहावत को चरितार्थ किया है जामिया मिल्लिया इस्लामिया के विधि संकाय के छात्र रागिब नौशाद ने।
जिन्होंने अपने सहयोगी छात्रों के साथ मिलकर कोरोना काल में एक ऐसी शुरूआत कर दी जो जरूरतमंद छात्रों की जिंदगी को रोशन कर रही है। रागिब व उनके सहपाठी जरूरतमंद छात्रों को जामिया मिल्लिया इस्लामिया व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में विधि संकाय में प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवा रहे हैं।
उनकी इस तरह की मदद से ऐसे छात्रों को काफी सहायता मिल रही है। जो छात्र इन जगहों पर एडमिशन लेना चाहते हैं उनको रागिब और उनके सहयोगी तैयारी करने में पूरी मदद कर रहे हैं। उनको प्रवेश परीक्षा पास करने की टिप्स दी जा रही है। इसके अलावा अन्य चीजों के बारे में भी विस्तार से बताया जा रहा है जिससे उनको किसी तरह की समस्या न होने पाएं।
रागिब नौशाद जामिया विवि से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। बताते हैं कि मौलाना आजाद फ्री एजुकेशनल सेंटर की शुरुआत वर्ष 2020 में की गई थी। जिससे लॉ प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद की जा सके।
पहले वर्ष में ही 2020 के बैच के 28 छात्रों को बीए एलएलबी के पांच वर्षीय कानूनी पाठ्यक्रम में चयन हुआ था। इसमें रैंक 2, 4, 11 और 12 पर रहे टॉप विद्यार्थी इसी संस्थान से थे। वहीं, जामिया मिलिया इस्लामिया में 70 से अधिक छात्रों को विभिन्न अन्य पाठ्यक्रमों में चुना गया था।
बकौल रागिब मौलाना आजाद में निश्शुल्क कोचिंग सुविधा दी जाती है। यदि कोई जरूरतमंद छात्र प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग करना चाहता है तो वो संस्थान की वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकता है। आवेदन के पश्चात एक परीक्षा देनी होगी, जिसके बाद कोचिंग पढ़ाया जाएगा। बकौल रागिब जामिया विधि संकाय के कई छात्र इस मुहिम का हिस्सा है।