दिल्ली के इस इलाके में BMW और मर्सिडीज से आते हैं पौधे चुराने, जानिए नर्सरी में कितनी है इसकी कीमत
रिंग रोड से सरकारी सामान उड़ाने वाले चोर दो तरह के हैं। पहली श्रेणी के चोर सब-वे से इलेक्टिक आइटम जैसे एलईडी बिजली की केबल स्विच बोर्ड लैंपहेड व लोहे की ग्रिल आदि चुराकर ले जाते हैं और कबाड़ में बेच देते हैं।
नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारों से आकर पौधे चुराने वालों से पीडब्ल्यूडी के अधिकारी परेशान हैं। लग्जरी कारों वाले इन चोरों की वजह से रिंग रोड की हरियाली व इसके सुंदरीकरण का काम भी प्रभावित हो रहा है। नेहरू नगर, पीजीडीएवी कालेज के सामने चल रहे सुंदरीकरण कार्य के तहत एक तरफ पीडब्ल्यूडी निर्माण कार्य करवाता है, दूसरी ओर चोर पौधे उखाड़ ले जाते हैं। चोर यहां से एलईडी, लैंप हेड, स्विच बोर्ड तक चुरा ले जाते हैं। इस कारण यहां के सब-वे से लेकर फुटओवर ब्रिज व फुटपाथ तक बदहाल हैं। पुर्जे चोरी हो जाने के कारण एस्केलेटर बंद हैं, पौधे चोरी हो जाने से हरियाली नदारद हो रही है।
गौरतलब है कि सुंदरीकरण परियोजना के तहत यहां पर साइकिल ट्रैक, सेल्फी प्वाइंट, आकर्षक चबूतरा आदि बनाया गया है। इसमें डिजाइनर लैंप, बेंच व हरियाली के लिए पौधे भी लगाए गए हैं, लेकिन इन पौधों की लोग चोरी कर रहे हैं।
रिंग रोड से सरकारी सामान उड़ाने वाले चोर दो तरह के हैं। पहली श्रेणी के चोर सब-वे से इलेक्टिक आइटम जैसे एलईडी, बिजली की केबल, स्विच बोर्ड, लैंपहेड व लोहे की ग्रिल आदि चुराकर ले जाते हैं और कबाड़ में बेच देते हैं। इनमें ज्यादातर शराबी व नशेड़ी हैं। वहीं, दूसरी श्रेणी के चोर हैं, जो बीएमडब्ल्यू व मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारों से आकर महंगे पौधे चोरी करते हैं। गार्ड या कोई स्टाफ उन्हें मना करता है तो ये लोग बहस करते और ऊंची पहुंच की धौंस जमाते हैं। हाल ही में बीएमडब्ल्यू कार से आई एक महिला ने फुटपाथ से पौधा उखाड़कर गाड़ी में रखा, मौके पर मौजूद आर्किटेक्ट ने विरोध किया तो वह बहस करने लगी।
पीडब्ल्यूडी के एक एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने बताया कि विभाग की ओर से नेहरू नगर, पीजीडीएवी कालेज के सामने सुंदरीकरण किया जा रहा है, लेकिन सामान से लेकर पौधे तक चोरी हो जाने के कारण काफी परेशानी हो रही है। यहां पर प्लूमेरिया अल्बा, अमलतास, गुलमोहर, फिशटेल पाम, डेविल ट्री, रायल पाम आदि पौधे लगाए जाते हैं। ये पौधे नर्सरी में 300 से लेकर 500 रुपये तक मिलते हैं। इसलिए लोग इन्हें चुरा ले जाते हैं।