स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए दक्षिणी निगम उठा रहा कई कदम, आप भी जानें

वर्ष 2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए दिल्ली के स्थानीय निकाय तैयारियों में जुट गए हैं। इसी कड़ी में दक्षिणी निगम ने रैंकिंग में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। निगम जहां प्रत्येक घर से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करने पर जोर दे रहा है

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 12:51 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 01:57 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए दक्षिणी निगम उठा रहा कई कदम, आप भी जानें
इसी कड़ी में दक्षिणी निगम ने रैंकिंग में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आने वाले कुछ दिनों में जहां स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के परिणाम सभी के सामने होंगे, वहीं वर्ष 2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए दिल्ली के स्थानीय निकाय तैयारियों में जुट गए हैं। इसी कड़ी में दक्षिणी निगम ने रैंकिंग में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। निगम जहां प्रत्येक घर से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करने पर जोर दे रहा है तो वहीं कचरे में आने वाले रिसाइकिल योग्य वस्तुएं लैंडफिल पर न जाएं, इसके लिए एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) संयंत्रों की स्थापना पर काम करने का निर्णय लिया गया है।

स्वच्छता संबंधी शिकायतों के निपटान के लिए 24 घंटे में हो इसकी भी पूरी व्यवस्था की जाएगी। दक्षिणी निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने सभी विभागों के अध्यक्षों के साथ स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 की तैयारियों की समीक्षा की। इसमें निगम ने प्रत्येक जोन में एक-एक 60 टीडीपी (टन प्रतिदिन) के एमआरएफ प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया। यह एमआरएफ प्लांट कूड़े में आने वाले प्लास्टिक की बोतल, कांच, कागज के कप आदि को सामान्य कूड़े से अलग करता है। इसका उद्देश्य है कि लैंडफिल पर कम से कम कूड़ा भेजा जाएगा और निगम की ओर से ओखला लैंडफिल की ऊंचाई को कम करने के लिए चल रहे प्रयास को परिणाम तक ले जाया जाए।

उल्लेखनीय है कि निगम ओखला लैंडफिल पर ट्रामल मशीनों के माध्यम से कूड़े का निस्तारण कर रहा है, लेकिन प्रति दिन जाने वाले करीब 1700 टन कचरे से इस दिशा में जितनी तेजी से कार्य होना चाहिए, उतनी तेजी से नहीं हो पा रहा है। हालांकि इस कचरे के निस्तारण के लिए भी वहां पर वेस्ट टू एनर्जी (कचरे से बिजली) बनाने का प्लांट लगाने पर भी काम चल रहा है, जिसे अगले वर्ष तक पूरा किया जा सकेगा। ऐसे में उससे पूर्व निगम लैंडफिल पर जाने वाले कचरे की मात्रा को कम करना चाहता है। 120 माइक्रोन से कम की पालीथिन पर होगी कार्रवाई निगम ने सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर हताश करने के लिए जहां नेकी की दीवार की योजना को और आगे बढ़ाने का फैसला लिया है तो वहीं प्लास्टिक की थैलियों में 120 माइक्रोन से कम थैलियों पर कार्रवाई की जाएगी।

निगम ने बताया कि प्लास्टिक प्रबंधन नियमों 2021 को लागू कर दिया है। अब सार्वजनिक स्थलों और सब्जी मंडियों में 120 माइक्रोन से कम की पालीथिन पाई जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें जुर्माने के साथ प्लास्टिक को जब्त करने का प्रविधान है। वहीं नेकी की दीवार के साथ निगम अब बुक बैंक व क्राकरी बैंक जैस उपयोगों को भी शुरू करेगा। जसबीर जस्सी बने ब्रांड एंबेसडर निगम के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए निगम पांच ब्रांड एंबेसडर का चयन करेगा। इसमें से दो का चयन हो गया है। पंजाबी गायक जसबीर जस्सी और रूबी मखिजा को ब्रांड एंबेसडर चुना गया है। इसके साथ ही निगम 20 स्वच्छ चैंपियन की भी पहचान करेगा। यह वह लोग होंगे जो स्वच्छता के क्षेत्र में अन्य लोगों से बेहतर कार्य कर रहे होंगे।

पांच वर्षो की स्वच्छता रैकिंग वर्ष-

दक्षिणी निगम, उत्तरी निगम, पूर्वी निगम-एनडीएमसी

2020-31-43-46-32019-138-282-240-52018-32-206-341-42017-202-279-196-72016-39-43-52-4

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