Delhi Liquor News : शराब की नीति के खिलाफ पहले किया प्रदर्शन, फिर पूछा कि पौवा कहां मिलेगा

दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद भी इसे लेकर राजनीति जारी है। भाजपा विधायक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पार्टी इस मामले को तूल देने की कोशिश में है। आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 09:08 AM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 09:08 AM (IST)
Delhi Liquor News : शराब की नीति के खिलाफ पहले किया प्रदर्शन, फिर पूछा कि पौवा कहां मिलेगा
Delhi Liquor News : शराब की नीति के खिलाफ पहले किया प्रदर्शन, फिर पूछा कि पौवा कहां मिलेगा

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। आम आदमी पार्टी सरकार की नई आबकारी नीति के विरोध में दिल्ली में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। यही नहीं ठेके खुलने के विरोध में कुछ स्थानों पर लोग धरना भी दे रहे हैं। ऐसा ही प्रदशर्न गत दिनों दक्षिणी दिल्ली में शराब के ठेके के विरोध में हो रहा था। प्रदर्शन जब समाप्त हुआ तो दो युवा एक मोटरसाइकिल पर सवार हुए वहां पास स्थित पान की दुकान वाले से पूछने लगे कि पौवा कहां मिलेगा। उनकी बात सुनकर पास खड़े लोग भी मुस्कुराए बिना नहीं रह सके। गौरतलब है कि शराब की दुकानों की बात करें तो दिल्ली सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि शराब की एक भी नई दुकान नहीं खोली जाएगी। पहले से चल रहीं दुकानों को ही अलग-अलग इलाकों में बांटा जाएगा। पहले जो एक ही स्थान पर 8 से लेकर 10 दुकानें थीं, उन्हें ही एक स्थान से हटाकर प्रत्येक निगम वार्ड में दो दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। कुलमिलाकर शराब की नई नीति के विरोध में जारी प्रदर्शन रश्म अदायगी भर बनकर रह गया है।

शराब पर बढ़ेगी तकरार

दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद भी इसे लेकर राजनीति जारी है। भाजपा विधायक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पार्टी इस मामले को तूल देने की कोशिश में है। आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी की नेतृत्व में 26 सदस्यीय संघर्ष समिति बनाई गई है। समिति आंदोलन की रणनीति तय करेगी। महिलाओं व युवाओं को साथ लेकर आंदोलन को धार देने की कोशिश है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा नई आबकारी नीति को लेकर कोई समझौता करने को तैयार नहीं है और आने वाले दिनों में इसे लेकर राजधानी की राजनीति गर्म रहेगी। दरअसल, कुछ माह बाद नगर निगम चुनाव है और पार्टी की कोशिश इसे चुनावी मुद्दा बनाने की है। इसे वह दिल्ली की कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा से जोड़ रही है, जिससे कि आंदोलन को समर्थन मिल सके।

chat bot
आपका साथी