पांच लाख लोगों से 150 करोड़ की ठगी मामले में एक कंपनी सेक्रेटरी के साथ अब तक 15 लोग गिरफ्तार

चाइनीज एप पावर बैंक व ईजी प्लान के जरिये पांच लाख लोगों से 150 करोड़ रुपये की ठगी करने के मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत कंपनी सेक्रेटरी (सीएस ) रजनी कोहली सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 01:59 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 01:59 PM (IST)
पांच लाख लोगों से 150 करोड़ की ठगी मामले में एक कंपनी सेक्रेटरी के साथ अब तक 15 लोग गिरफ्तार
साइबर सेल के एक अधिकारी के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली निवासी रजनी कोहली ने ठगी में अहम भूमिका निभाई।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चाइनीज एप पावर बैंक व ईजी प्लान के जरिये देशभर के पांच लाख लोगों से 150 करोड़ रुपये की ठगी करने के मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत कंपनी सेक्रेटरी (सीएस ) रजनी कोहली सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, दो अन्य आरोपितों की पहचान इब्राहिम और राम के रूप में हुई है। इस मामले में अब तक 15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साइबर सेल के एक अधिकारी के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली निवासी रजनी कोहली ने ठगी में अहम भूमिका निभाई और फर्जी कंपनियां बनाकर सहयोग किया था।

यही नहीं फरवरी चीन के चार नागरिक दिल्ली आए थे, जिनके साथ दिल्ली के अलग-अलग होटलों में मास्टर माइंड की कई बैठकें हुई थी। इन सभी में रजनी भी शामिल हुई थी। ठगी में सहयोग करने के लिए रजनी को बतौर कमीशन मोटी रकम दिए जाने की बात भी सामने आ रही है।साइबर सेल ने कुछ सप्ताह पहले इस मामले में नोएडा से सतेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था। इसकी नोएडा के सेक्टर 62 स्थित एसजी टेलीकाम नाम से कंपनी है। उसने चीन के मुख्य आरोपितों को 27 सिम कार्ड मुहैया कराए थे। इसके अलावा इस मामले में सीए रौनक बंसल व अविक के अलावा शेख राबिन, उमाकांत, आकाश जोयस, वेद चंद्रा, हरिओम, अभिषेक, शशि बंसल, मिथिलेश व अर¨वद शामिल हैं। यह आरोपित दिल्ली सहित कई राज्यों में ठगी कर रहे थे।

रजनी ने बनाई थीं 36 फर्जी कंपनियां

रजनी कोहली, चीन में बैठे मास्टरमाइंड के लगातार संपर्क में थी। इस माड्यूल के साथ जुड़े सीए व सीएस के साथ मिलकर उसने 36 फर्जी कंपनियां बनाई थीं। इसमें निदेशक से लेकर कर्मचारी तक की फर्जी नियुक्ति दिखाकर ठगी की रकम को खातों में ट्रांसफर किया जा रहा था। ताकि, रकम को सीधे चीन न भेजकर जांच एजेंसियों की आंख में धूल झोंकी जा सके। इब्राहिम व राम उजागर, दिल्ली के छावला व ज्वाला डेयरी के रहने वाले हैं। ये दोनों रजनी के साथ काम करते थे। यह भी चीन के लोगों के संपर्क में थे।

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