दिल्ली में झपटमारी करने वाले बंटी बबली चढ़े पुलिस के हत्थे, 20 साल का भगोड़ा भी गिरफ्तार

पुलिस उपायुक्त उर्विजा गोयल ने बताया कि विकासपुरी इलाके में एक महिला से बाइक सवार ने मोबाइल झपट लिया था। वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 06:44 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:44 PM (IST)
दिल्ली में झपटमारी करने वाले बंटी बबली चढ़े पुलिस के हत्थे, 20 साल का भगोड़ा भी गिरफ्तार
दोनों नशे की लत पूरी करने के लिए झपटमारी की वारदात को अंजाम देते थे।

नई दिल्ली, जेएनएन। विकासपुरी थाना पुलिस ने नशे की लत को पूरा करने के लिए झपटमारी की वारदात को अंजाम देने वाले बंटी-बबली की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान सिद्धार्थ और सिमरन के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों के पास से एक मोबाइल व वारदात में इस्तेमाल होने वाली बाइक बरामद कर ली है। इनकी गिरफ्तारी से दो मामले सुलझाने का दावा पुलिस कर रही है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इन लोगों ने अब तक कितनी वारदात को अंजाम दिया।

पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त उर्विजा गोयल ने बताया कि विकासपुरी इलाके में एक महिला से बाइक सवार ने मोबाइल झपट लिया था। वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। रविवार शाम को पुलिस ने दोनों को धौली प्याऊ के पास से दबोच लिया। आरोपितों की निशानदेही पर महिला का मोबाइल फोन बरामद हो गया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपित सिद्धार्थ उत्तम नगर इलाके में रहता है जबकि सिमरन बिंदापुर में रहती है। दोनों नशे की लत पूरी करने के लिए झपटमारी की वारदात को अंजाम देते थे।

20 वर्ष से फरार भगोड़ा चढ़ा पुलिस के हत्थे

वहीं, नई दिल्ली की मंदिर मार्ग थाना पुलिस ने 20 वर्ष से फरार चल रहे भगोड़े को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस की टीम ने आरोपित शेर सिंह को हरियाणा के फतेहाबाद स्थित गांव से गिरफ्तार किया। उसने हमला कर डाक्टर को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। वारदात के बाद वह मामले की सुनवाई में शामिल नहीं हो रहा था। लिहाजा अदालत ने वर्ष 2002 में शेर सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया था।

नई दिल्ली के डीसीपी डा. ईश सिंघल ने बताया कि शेर सिंह वर्ष 1994 में मंदिर मार्ग थाना क्षेत्र में डा. चंचल पर हमला कर दिया था। इस हमले में डाक्टर को काफी चोटें आई थीं। शिकायत के बाद मंदिर मार्ग थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही थी। लेकिन सुनवाई के दौरान आरोपित अदालत की कारवाई में शामिल नहीं हुआ था। जिसके बाद उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। पुलिस की अलग-अलग टीम ने उसकी गिरफ्तारी के छह प्रयास किए। लेकिन हर बार शेर सिंह पुलिस को चकमा देने में सफल हो गया था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपित हरियाणा के फतेहाबाद स्थिति गांव में छुपा है। इसकी जानकारी मिलने पर सब इंस्पेक्टर जय सिंह की टीम ने आरोपित को धर दबोचा।

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